
Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनू में चोरी के मामले में पकड़े गए युवक की पुलिस हिरासत में मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मृतक के परिजनों और समाज की 4 सूत्री मांगों पर प्रशासन और संघर्ष समिति में सहमति न बनने पर वार्ता विफल रही. वार्ता के दौरान डीएम अजय आर्य ओर एएसपी फूलचंद मीणा मौके पर मौजूद थे. पहले दौर की वार्ता विफल होने के बाद संघर्ष समिति ने कल भी थाने के सामने धरने का ऐलान किया है. जानकारी के मुताबिक, मृतक आश्रित को नौकरी, हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने और परिजन के लिए एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की जा रही है.
पूछताछ के समय युवकी की बिगड़ी तबीयत
जानकारी के मुताबिक, खेतड़ी थाने की एक टीम ने 28 फरवरी को रवि गुप्ता के घर से ग्वार की बोरियों की चोरी के मामले में पूछताछ के लिए पप्पू राम मीणा को हिरासत में लिया था. खेतड़ी के थानाधिकारी गोपाल लाल जांगिड़ इस मामले के जांच अधिकारी थे. पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान पप्पू राम मीणा की अचानक तबीयत खराब हो गई और उसे उल्टी होने लगी.
परिजनों का पुलिस पर पिटाई का आरोप
पुलिस ने बताया कि वह बेहोश हो गया और उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. दूसरी ओर, परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई. पप्पू राम के भाई कालू राम ने बताया कि उसे तीन दिन पहले हिरासत में लिया गया था और उसे अवैध हिरासत में रखा गया था.
युवक की मौत पर पूरा थाना लाइन हाजिर
घटना के बाद परिजन, रिश्तेदार और समुदाय के लोग थाने के बाहर एकत्र हो गए और धरना पर बैठ गये. वे आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने, उनकी गिरफ्तारी करने और परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि थाने के सारे कर्मियों को पुलिस लाइन भेज दिया गया है. थाने में थानाधिकारी समेत 33 कर्मी थे. शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है और मामले को सुलझाने के लिए परिजनों से बातचीत चल रही है.
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