Karauli News: राजस्थान की धार्मिक नगरी करौली की जीवनदायिनी भद्रावती नदी जो पिछले 8 सालों से अच्छे मानसून की आस में धीरे -धीरे गंदे नाले का रूप लेती जा रही थी, इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद अपने पुराने स्वरूप में लौट आई है. सितंबर 2024 से पहले 2016 में भद्रावती नदी शान से बहती नजर आई थी. और अब एक फिर से इसकी खूबसूरती लौटने के बाद यह स्थानीय लोगों का दिल जीत रही है.
8 साल की इंतजार खत्म
जिले में मानसून की बारिश ने शहर में बाढ़ के हालात काफी चिंताजनक बना दिए थे. वहीं करौली पर मानसून की मेहरबानी सूख रही भद्रावती नदी के लिए वरदान साबित हुई। पानी की आवक से नदी की पुरानी खूबसूरती वापस आ गई. जिससे लोग काफी खुश नजर आए.भद्रावती नदी जो पिछले कुछ सालों से अच्छी बारिश की उम्मीद में गंदगी और जलकुंभी से भरी हुई थी, इस बार हुई बारिश से उसमें एक बार फिर साफ पानी का प्रवाह शुरू हो गया. जीवनदायिनी भद्रावती की खूबसूरती लौटने पर करौली के स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 8 सालों में उन्होंने नदी का इतना साफ और सुंदर रूप पहले कभी नहीं देखा था. करौली में 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ने वाली इस बारिश ने इस नदी को जलकुंभी की गंभीर बीमारी से भी मुक्ति दिलाई है. जिससे खतरे में आई नदी के अस्तित्व पर खतरा भी टल गया है.
पुराने स्वरूप में लौटी भद्रावती
स्थानीय निवासी वैभव शुक्ला कहते हैं कि 2016 के बाद यह पहली बार है जब भद्रावती नदी इतनी साफ और सुंदर दिख रही है. इससे पहले गंदगी और गंदे पानी की अधिक आवक के कारण यह जलकुंभी नामक बीमारी से भी ग्रस्त थी. लेकिन इस बार की बारिश ने नदी को पुनर्जीवित कर दिया है, जो पिछले कई सालों से गंदगी और सूखे के कारण अपनी पहचान खो रही थी.
प्राकृतिक सौंदर्य ने खींचा ध्यान
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों से यह नदी विनाश की कगार पर थी और गंदगी के कारण यह नदी नदी से ज्यादा नाले जैसी दिखती थी. लेकिन, करौली में इस मानसून सीजन में हुई बारिश इस नदी के लिए वरदान साबित हुई है. क्योंकि इस बारिश ने भद्रावती नदी के खोए स्वरूप को वापस लौटा दिया है.
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