Rajasthan: जोधपुर के एक पीएमश्री सेंट्रल स्कूल में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां बच्चे, खासकर छात्राओं को हिंदी पखवाड़े के समापन पर ईनाम के रूप में महिलाओं-पुरुषों के रिश्ते बयां करने वाली पुस्तकें बांट दी गई. बुक व्यक्ति भी परिवार के सामने नहीं पढ़ सकता. इस गलती पर अब स्कूल प्रशासन बच्चों के अभिभावकों से संपर्क करके उनसे पुस्तकें लौटाने का अनुरोध कर रहा है. इधर, अभिभावकों ने स्कूल की इस हरकत पर अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर जाहिर की है.
छात्र और छात्राओं को दी पुस्तकें
शहर के शिकारगढ़ के पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय-1 आर्मी में हिंदी पखवाड़े का आयोजन किया गया. शनिवार (29 सितंबर) को इसका समापन हुआ. इस दौरान हिंदी से जुड़ी प्रतियोगिताओं में शामिल छात्र-छात्राओं को ईनाम देने के लिए कार्यक्रम हुआ. ईनाम पाने वालों में कक्षा 1 से लेकर 12 तक के छात्र-छात्राओं को उनके नाम और पुरस्कार की श्रेणी के हिसाब से बुलाकर पुस्तकें दी गईं.
बुक में स्त्री-पुरुष के संबंधों का था जिक्र
एक छात्रा ने पुरस्कार स्वरूप में मिली किताब अपने माता-पिता को जाकर दिखाई. किताब का कवर देखकर ही वे हैरान रह गए. इनमें तोता-मैना के किस्से वाली किताबें भी शामिल थीं. किताब का पहला पेज पलटते ही लिखा है कि इसमें स्त्री-पुरुषों के संबंधों की रोचक दास्तानें लिखी गई है. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसको लेकर अपना आक्रोश जताया.
प्रिंसिपल बोले-किताब ली जाएगी वापस
स्कूल के प्रिंसिपल यू.आर. मेघवाल का कहना है कि गलती किस स्तर पर हुई है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है. बच्चों से यह किताब वापस लेकर उन्हें दूसरी अच्छी किताबें देंगे.
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