'मीणा हाईकोर्ट' में छलका किरोड़ी लाल का दर्द, भजनलाल सरकार से इस्तीफे पर दिया 45 साल का हवाला

मीणा हाईकोर्ट के सालाना आयोजन में मंच पर किरोड़ी लाल मीणा का दर्द छलका है. उन्होंने बताया कि आखिर मंत्री पद से क्यों इस्तीफा दे दिया.

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Rajasthan Politics: राजस्थान में मीणा हाईकोर्ट काफी मशहूर है जो मीणा समाज का एक पंचायत है. राजस्थान के दौसा में स्थित मीणा हाईकोर्ट एक पंचायत है जहां हर साल समाज के लोग दलगत राजनीति से हटकर एकजुट होता है. हालांकि इस मीणा हाईकोर्ट का नेतृत्व बीजेपी के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) ही करते आए हैं. 30 साल पुराने मीणा हाईकोर्ट का सालाना कार्यक्रम 9 अगस्त को आयोजित किया गया. जिसमें किरोड़ी लाल मीणा ने शिरकत की. वहीं इस बार मीणा हाईकोर्ट में किरोड़ी लाल मीणा शामिल हुए तो मंच पर उनका दर्द छलक गया.

डॉ किरोड़ी लाल मीणा हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के बाद भजनलाल सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि, उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा देने की प्रतिज्ञा ली थी कि अगर वह दौसा लोकसभा सीट समेत जिम्मेदार 7 सीटों में किसी पर भी हारे तो वह मंत्री पद छोड़ देंगे. चुनाव के नतीजों में उन्हें 5 सीटों पर शिकस्त मिली. ऐसे में उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया और आखिरकार उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. हालांकि इस्तीफे पर फैसला पार्टी के पास अभी भी अटका है.

किरोड़ी लाल मीणा का छलका दर्द

इस्तीफा देने के बाद किरोड़ी लाल मीणा पहली बार खुले मंच पर अपनी दिल की बात की. उन्होंने अपने 45 साल के सेवा का हवाला दिया और बताया कि आखिर क्यों उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.

किराड़ी लाल मीणा ने कहा, 45 साल जहां मैंने सेवा दी उन लोगों ने मेरी बात नहीं मानी इसलिए भजनलाल सरकार में मंत्री पद को ठोकर मार दी.

हालांकि इसके बाद उन्होंने खुद को रोकते हुए कोटे में कोटा का मुद्दा उठाया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया वह सही है. इस फैसले से उन्हें परेशानी है जिन्होंने आरक्षण का लाभ ले लिया है. 

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उन्होंने कहा कि आरक्षण का लाभ किरोड़ी लाल मीणा ने तो ले लिया. उसके परिवार को भी मिल गया लेकिन उसके घर के परोस में जो गरीब रह रहा है. उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है. ये फैसला उन लोगों के लिए है. लोग कहते हैं कि आरक्षण और मीणा हाईकोर्ट बिल्डिंग बनाने में माल कमाई कर रहा है. सीना चीरकर तो दिखा नही सकता क्योंकि मैं हनुमान जी नहीं हूं, लेकिन अगर आरक्षण छेड़छाड़ हुई तो सीना छलनी करवा लूंगा लेकिन आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं होने दूंगा.

इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने 100 गरीब छात्रों को मीणा के खर्चे पर शिक्षा दिलाने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि मीणा हाईकोर्ट 100 गरीब बच्चों का खर्चा उठाएगा.

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