Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में बढ़ते हुए सुसाइड को देखते हुए जिला कलेक्टर ने एक अनोखी पहल की है. जिसमें उन्होंने कोचिंग विद्यार्थियों को स्ट्रेस फ्री रहकर उनकी चुनौतियों को समझने के और उनका सामने करने की बातें बताई और उनके साथ खाना भी खाया. कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी कामयाब कोटा और कोटा केयर्स अभियान के तहत स्टूडेंट्स के बीच पहुंचे हैं.
करियर में प्लान बी तैयार रखें
छात्राओं से बातचीत के दौरान कलेक्टर ने कहा कि असफलता से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि इससे सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने सभी छात्राओं को हमेशा एक प्लान बी तैयार रखने की सलाह दी और कहा कि कोचिंग के दौरान दूसरे करियर विकल्पों पर भी विचार करना आवश्यक है. उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन के उतार-चढ़ाव से सीखें और कभी भी खुद की तुलना दूसरों से न करें.
सकारात्मक गतिविधियों में शामिल हों
कलेक्टर ने छात्राओं को ओवरथिंकिंग से बचने और दिन में एक बार अपने परिवार से बात करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यदि कभी तनाव महसूस हो तो खुद को किसी एक्टिविटी में व्यस्त करें, ताकि नकारात्मक विचारों से बचा जा सकें. उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि नकारात्मकता को अपने दिमाग पर हावी न होने दें.
संतुलित आहार और धूप में जाने की सलाह
जिला कलेक्टर ने छात्राओं को स्वस्थ आहार लेने की सलाह देते हुए कहा कि वे विटामिन सी और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करें. उन्होंने प्रतिदिन धूप में कुछ समय बिताने की भी सलाह दी, ताकि शरीर को आवश्यक पोषण और ऊर्जा मिल सकें.
इसके साथ ही छात्रा शालिनी ने अपने पिता को समर्पित एक भावुक कविता सुनाई, जिससे माहौल भावनात्मक हो गया। वहीं, अन्य छात्राओं ने भी विभिन्न गीत प्रस्तुत किए। इस आत्मीय संवाद में जिला कलेक्टर ने भी अपनी ओर से प्रेरणादायक गीत सुनाए और सभी को प्रोत्साहित किया.
यह भी पढ़ें- जयपुर में अटल विहार आवासीय योजना की निकली लॉटरी, देखें पूरी लिस्ट, प्रोसेस भी जानें