सुसाइड पर लगाम लगाने के लिए कोटा पुलिस की नई पहल, फेसबुक-इंस्टा से मिलेगा अलर्ट

Kota Suicide Alert: कोटा में बढ़ते सुसाइड मामलों के बीच कोटा पुलिस ने नए पहल की शुरुआत की है. अब सुसाइड से संबंधित कोई गतिविधि का अलर्ट सीधा पुलिस के पास पहुंचेगा.

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Kota Suicide Prevention Initiative: कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के बढ़ते सुसाइड मामलों को लेकर कोटा पुलिस की ओर से लगातार रोकथाम को लेकर पहल की जा रही है. कोटा कोचिंग स्टूडेंट्स सुसाइड केस रोकने के लिए पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है. पुलिस की इस नई पहल ने एक कोचिंग स्टूडेंट की जान भी बचा ली. दरअसल पुलिस ने मेटा 'मैटास्किमा टैगिंग और एस्केमा' से कोलैबोरेशन किया है.

अब कोई भी फेसबुक और इंस्टाग्राम पर तनाव, सुसाइड की मंशा जाहिर करने वाले और स्वयं को नुकसान पहुंचाने वाले मैसेज, फोटो, वीडियो जैसी कुछ भी पोस्ट डालेगा तो मेटा इसे तुरंत अपने एल्गोरिदम (सिस्टम) में फ्लैग (चिह्नित) कर देगा. इसकी जानकारी तुरंत कोटा पुलिस से शेयर करेगी. पुलिस तुरंत अलर्ट होकर उस व्यक्ति तक पहुंच जाएगी.

पुलिस को जानकारी में पोस्ट की गई सामग्री और व्यक्ति का टेक्निकल विवरण मिलेगा. कोटा पुलिस इस जानकारी को पूरे प्रदेश में संबंधित जिले की पुलिस से शेयर करेगी. संबंधित जिले की पुलिस टीम मौके पर जाकर संबंधित व्यक्ति को सुसाइड करने से रोकेगी और परिजनों को सतर्क किया जाएगा.

एक छात्र की बचा ली जान

कोटा पुलिस द्वारा शुरू की गई इस पहल का असर भी देखा गया है. झुंझुनूं जिले में पहला केस आ चुका है. कोटा पुलिस ने झुंझुनूं जिले के एसपी को इसकी जानकारी दी. वह एक लड़का था, जो डिप्रेशन का शिकार था और आत्मघाती कदम उठाने की मंशा जाहिर हो रही थी. उसने फेसबुक पर सुसाइड को लेकर कुछ लिखा था. पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क किया और उसे ऐसा करने से रोक लिया गया.

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कोटा अभय कमांड सेंटर

राजस्थान डीजीपी यूआर साहू ने पूरे प्रदेश में इस पहल को लागू करने के आदेश जारी किए हैं. कोटा में सुसाइड रोकने के प्रयास के तहत जब पुलिस ने मेटा से बातचीत शुरू की तो पता चला कि मेटा का सिस्टम सिर्फ एक जिले को केंद्रित करके यह काम नहीं कर सकता. उच्च अधिकारियों के निर्देशन में कोटा पुलिस ने पूरे राजस्थान के लिए काम करने को कहा तो मेटा कंपनी तैयार हो गई. मेटा कंपनी की ओर से जो मेल या जानकारी कोटा पुलिस को दी जाएगी, उसकी मॉनिटरिंग के लिए 24 घंटे की टीम लगाई है.  

कोटा के अभय कमांड सेंटर में तकनीक से ट्रेंड पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. इस मॉडल को कोटा पुलिस प्रदेश में संचालित कर रही है. सिटी एसपी डॉ अमृता दुहन ने बताया कि सुसाइड रोकने की दिशा में मेटा (फेसबुक और इंस्ट्राग्राम) से यह करार की एक शुरुआत है. पुलिस जल्द ही गूगल और यूट्यूब से भी ऐसा कोलोब्रेशन करने की तैयारी कर रही है. पुलिस को इन कंपनियों का सहयोग मिला तो इस दिशा सकारात्मक नतीजे आएगे.

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