Liquor smuggling in Gujrat: गुजरात में शराबबंदी है. लेकिन इसके बाद भी प्रदेश में दूसरे राज्यों से चोरी-छिपे शराब लाकर खपाई जाती है. गुजरात लाई जा रही शराब अलग-अलग समय में बीच रास्ते में जब्त भी हुई है. अब ताजा मामला राजस्थान के सीकर से सामने आया. जहां पंजाब से गुजरात भेजी जा रही करीब 15 लाख रुपए की शराब सीकर में जब्त हुई. मामले में पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि कंटेनरनुमा ट्रक में प्राइवेट चैंबर बनाकर शराब की बड़ी खेप को छिपाया गया था.
सीकर में आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई
दरअसल सीकर आबकारी विभाग ने मुखबिर की सूचना के आधार पर एक कंटेनर में छिपाकर चंडीगढ़ से जयपुर होते हुए गुजरात लाई जा रही करीब 15 लाख रुपए की अवैध अंग्रेजी शराब पकड़ी है. वही बाड़मेर निवासी ट्रक चालक को भी गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल आबकारी विभाग गिरफ्तार आरोपी से मामले में पूछताछ करने में जुटी हुई है.
गुजरात नंबर की कंटेनर से मिली शराब
आबकारी विभाग के AEO रामसहाय जाट ने जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर PO महेश मील सहित आबकारी टीम ने झुंझुनू-जयपुर बाईपास पर नाकाबंदी कर एक गुजरात नंबर के कंटेनर को रुकवाया. कंटेनर की तलाशी लेने पर कंटेनर पीछे की ओर से पूरी तरह से खाली था. लेकिन आबकारी टीम के महेश मील ने कंटेनर कि जब अंदर और बाहर से लंबाई नापी तो दोनों में फर्क नजर आया.
15 लाख रुपए की शराब कंटेनर से जब्त
इसके बाद कंटेनर की गहनता से तलाशी ली गई तो कंटेनर के पीछे की तरफ एक प्राइवेट चैंबर बनाकर उसमें 111 कार्टून व्हिस्की के 2664 हाफ और 12 कार्टून में व्हिस्की के 144 बोतल रखी गई थी. कंटेनर से बरामद की गई अवैध शराब की कीमत करीब 15 लाख रुपए है.
बाड़मेर जिले का ड्राइवर गिरफ्तार, पूछताछ जारी
मामले में बाड़मेर निवासी ट्रक ड्राइवर इसरा राम को गिरफ्तार किया गया है. जिससे प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि अवैध शराब कंटेनर में बने प्राइवेट चेंबर में चंडीगढ़ भरी गई थी. कंटेनर चंडीगढ़ से जयपुर होते हुए गुजरात पहुंचना था. ट्रक ड्राइवर जयपुर में कंटेनर के पीछे खाली पड़े हिस्से में अन्य सामान भरकर गुजरात पहुंचता इससे पहले ही सीकर में आबकारी विभाग ने मुखबिर की सूचना पर कंटेनर को पकड़ लिया.
कंटेनर में अलग से 4 फीट का बनाया था चैंबर
कंटेनर में ड्राइवर के केबिन और कंटेनर के बीच अलग से एक चेंबर बनाया गया था. कंटेनर में पीछे का गेट खोलने पर कंटेनर बिल्कुल खाली दिखाई देता है. कंटेनर के आगे के कुछ हिस्से में अलग से एक प्राइवेट चेंबर बनाया गया था. जिसका रास्ता भी ड्राइवर के केबिन के ऊपर से बना हुआ था. जिसे भी लोहे का गेट बनाकर पूरी तरह से बंद किया गया था. बाहर से देखने पर कंटेनर में अलग प्राइवेट चैंबर होने का पता नहीं चल पाता.
ग्राइंडर मशीन से कंटेनर काट निकाली शराब
जिस पर आबकारी विभाग की टीम ने कंटेनर की जनता से जांच कर ग्राइंडर मशीन से कंटेनर को ग्राइंडर से काटकर देखा तो उसमें फॉम के गद्दे लगाकर अवैध शराब के कार्टून रखे हुए मिले. शातिर शराब तस्करों ने शराब की बोतल और हाफ पर लगे कर कोड को भी पूरी तरह से मिटा दिया. ताकि शराब कहां पर बनी और कहां से सप्लाई हुई है इसके बारे में भी पता नहीं चल सके.
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