Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के लिए भाजपा ने 195 उम्मीदवारों (BJP Candidate List for 2024 ELections) की पहली लिस्ट जारी कर दी है. अब पार्टी प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट को लेकर मंथन कर रही है. भाजपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में कई सांसदों का टिकट काटा गया है. टिकट काटे जाने के बाद भाजपा के एक सांसद बागी तेवर अपना चुके है. बात राजस्थान के चूरू लोकसभा सीट (Churu Lok Sabha Seat) की है. जहां के भाजपा सांसद राहुल कस्वां (Churu MP Rahul Kaswan) का शुक्रवार को बगावती तेवर देखने को मिला. राहुल कस्वां ने शुक्रवार को चूरू स्थित अपने आवास पर समर्थकों की भारी भीड़ जुटाकर पार्टी को बड़ा चैलेंज दे दिया है.
आर-पार के मूड में चूरू सांसद राहुल कस्वां
शुक्रवार को चूरू में अपने घर पर समर्थकों का भारी भीड़ जुटाकर राहुल कस्वां ने न केवल अपने बागी तेवर दिखाएं बल्कि यह भी दिखा दिया वो आर-पार के मूड में हैं. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ पर भी तीखा हमला बोला. इस दौरान जैसी तस्वीरें सामने आई उससे यह लग रहा है कि चूरू का चुनाव अब पार्टी का ना होकर स्वाभिमान की जंग हो गया है. कस्वां की जुटान से राजेंद्र राठौड़ पर जमकर निशालगाए गए.
कांग्रेस नेता ने पार्टी में शामिल होने का दिया निमंत्रण
भाजपा से लोकसभा का टिकट कटने के बाद राहुल कस्वां के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं. चर्चा है कि कांग्रेस उन्हें चूरू से टिकट दे सकती है. शुक्रवार को चूरू में राहुल कस्वां के जुटान के दौरान भी कांग्रेस नेताओं ने उन्हें पाला बदलने का निमंत्रण दे दिया. तानानगर के नेछवा से कांग्रेस के सरपंच यह कहते सुनाई पड़े कि राहुल जी आप कांग्रेस में आओ...हम पलक पांवड़े बिछाए बैठे हैं.
सर्मथकों के बीच राहुल कस्वां ने क्या कुछ बोला
शुक्रवार को राहुल कस्वां ने समर्थकों की भारी भीड़ के बीच टिकट काटे जाने को लेकर पार्टी से सवाल पूछे. उन्होंने कहा, "टिकट कटने के बाद पिछले 6 दिनों से मैं कारण पूछ रहा हूं कि मुझे सजा तो दे दो लेकिन मेरा गुनाह तो बता दो पर मेरा फोन तक नहीं उठा". इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर ट्वीट करते हुए मेरा गुनाह क्या है इसके बारे में पूछा था.
राजेंद्र राठौड़ पर बोला तीखा हमला
इस दौरान राहुल कस्वां ने भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि "जयचंदो के बीच में रहने वाले जयचंदो की बात करते हैं, क्या अब वो एक व्यक्ति मेरे भविष्य का फैसला करेगा, चूरू का बच्चा बच्चा मेरे कल का फैसला करेगा, ये लड़ाई अब एक आदमी के अहंकार के खिलाफ है". मालूम हो कि विधानसभा चुनाव में चूरू जिले की तारानगर सीट से राजेंद्र राठौड़ की हार हुई थी. इस हार के बाद राजेंद्र राठौड़ ने कहा था मुझे जयचंदों ने हराया. उनका इशारा राहुल कस्वां की ओर था.
राहुल कस्वां ने पार्टी को दिया ये चैलेंज
समर्थकों की भारी भीड़ के बीच राहुल कस्वां ने पार्टी को चैलेंज देते हुए कहा, "मैंने मेरी चूरू की जनता का प्रेम आज देख लिया है और अब आप मुझे 2 दिन का समय दो, इसके बाद मैं कोई फैसला करूंगा". साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ये लड़ाई अब ना विचार की है, ना पार्टी की है...ये लड़ाई अब व्यक्तित्व की है, जिन लोगों ने इस समाज को तोड़ने का काम किया मेरी लड़ाई अब उनके खिलाफ है और इस लड़ाई के लिए मेरी जनता जो फैसला लेगी उसे मैं सर झुकाकर स्वीकार करूंगा.
चूरू में बीते तीन दशक से कस्वां परिवार का राज
दरअसल चूरू लोकसभा सीट पर कस्वां परिवार का बीते तीन दशक से कब्जा है. 2014 और 2019 के चुनाव में यहां से राहुल कस्वां जीते थे. इससे पहले के तीन लोकसभा चुनाव में राहुल कस्वां के पिता राम सिंह कस्वां यहां से सांसद थे. राहुल कस्वां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के चचेरे भाई के दामाद हैं. लेकिन इसके बाद भी भाजपा ने उनका टिकट काट दिया है. जिससे वो खासे नाराज है.
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