Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी (BAP) में गठबंधन नहीं होगा. लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच बीते कुछ दिनों से इन दोनों में गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही है. लेकिन गुरुवार को भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने एक वीडियो बयान जारी कर गंठबंधन की चर्चाओं को सिरे से खारिज कर दिया है. कांग्रेस और बाप के अलग-अलग चुनाव लड़ने से राजस्थान की कई लोकसभा सीटों का सियासी समीकरण बदल गया है. अब प्रदेश की कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला की संभावना है. ट
गुरुवार को भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने एक बयान जारी कर गठबंधन की अटकलों को अफवाह बताया है. रोत ने एक वीडियो जारी कर सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर चल रही खबरों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि भारत आदिवासी पार्टी अपने बूते ही चुनाव लड़ेगी और किसी भी अन्य पार्टी के साथ कोई गठबंधन या समझोता नहीं करेगी.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चुनाव में जुटने का किया आह्वान
भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वह इस तरह की चर्चाओं पर ध्यान नहीं दें और लोकसभा चुनाव जीतने के लिए कमर कस कर चुनाव प्रचार में जुट जाए. भारत आदिवासी पार्टी द्वारा बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा सीट के लिए चौरासी विधायक राजकुमार रोत को प्रत्याशी घोषित किया है.
वहीं कई दिनों से कांग्रेस पार्टी द्वारा अपना प्रत्याशी घोषित नहीं करने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी कि कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी के बीच गठबंधन होगा और इसके चलते कांग्रेस अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर रही है, लेकिन अब राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा इन अटकलों को खारिज करते हुए किसी गठबंधन से इनकार किया है इसलिए माना जा रहा है कि बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर रहेगी सबकी नजर
कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे महेंद्रजीत सिंह मालवीया के भाजपा ज्वाईन करने और बाप द्वारा युवा नेता और विधायक राजकुमार रोत को प्रत्याशी घोषित करने के बाद से बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा सीट प्रदेश की हॉट सीट में शुमार हो गई है. यहां से कांग्रेस द्वारा अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है. कांग्रेस की ओर से पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, बांसवाड़ा विधायक अर्जुनसिंह बामनिया और उप जिला प्रमुख विकास बामनिया का नाम चल रहा है.
बांसवाड़ा के अलावा इन सीटों पर भी होगा त्रिकोणीय संघर्ष
आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा के अलावा चित्तौड़गढ़ और उदयपुर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल सकता है. क्योंकि इन दोनों सीटों पर आदिवासी वोटरों की संख्या निर्णायक है. भारत आदिवासी पार्टी यहां से अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में जुटी है. अब देखना है कि विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर जीत-हार का गणित बिगाड़ने वाली पार्टी बाप लोकसभा चुनाव में क्या गुल खिलाती है.
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