Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारयों की दो दिवसीय मीटिंग आज से शुरू हो गई है. इस मीटिंग में भाजपा के केंद्रीय नेताओं के साथ-साथ अलग-अलग प्रदेशों के सीएम और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं. बात राजस्थान की करें तो इस मीटिंग में भाग लेने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दिल्ली पहुंच चुके हैं. उनके अलावा प्रदेश के और भी कई नेता दिल्ली पहुंचे हैं. भाजपा की यह मैराथन मीटिंग दिल्ली स्थित भारत मंडपम में हो रही है. जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है. भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेने से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की. जिसकी तस्वीरें सीएम ने खुद के सोशल मीडिया से शेयर भी की है.
लेकिन इन मुलाकातों के बीच सीएम भजनलाल शर्मा की एक मीटिंग बाड़मेर, जैसलमेर के नेताओं के साथ भी हुई. यह मीटिंग बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के मदर टैरेसा क्रीसेंट रोड स्थित दिल्ली आवास पर हुई. इस मीटिंग से कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
कैलाश चौधरी के घर पर हुई मीटिंग में कौन-कौन थे शामिल
कैलाश चौधरी के घर पर हुई इस मीटिंग में सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल, चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, पचपदरा विधायक अरुण चौधरी, बालोतरा भाजपा जिलाध्यक्ष बाबू सिंह राजगुरु, बाड़मेर भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप पालीवाल, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य खंगार सिंह सोढ़ा, बालोतरा सभापति सुमित्रा जैन, अनंतराम बिश्नोई, सहित संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर से जुड़े जनप्रतिनिधि और भाजपा पदाधिकारी उपस्थित रहे.
लगाए जा रहे कई सियासी मायने
CM भजनलाल शर्मा के साथ इन नेताओं के मीटिंग की तस्वीर सामने आने के बाद अलग-अलग मायने निकाले जा रहे है. जानकारों की माने तो यह मीटिंग बाड़मेर-जैसलमेर लोक सभा से बार फिर कैलाश चौधरी के नाम पर मुहर लगाने के लिए आयोजित हुई थी.वहीं कुछ राजनीतिज्ञ इसे चौधरी से नाराज रहे क्षेत्रीय विधायकों को मनाने के लिए थी. वही अंदाजा यह भी लगाया जा रहा है कि BJP की मैराथन मीटिंग में जाने से पहले इस लोकसभा सीट की तमाम विधानसभाओं में भाजपा के विधायकों व भाजपा के मजबूत नेताओं के साथ मिलकर चुनावी रणनीति तैयार कर राष्ट्रीय नेतृत्व को प्रस्तुत करने के लिए यह मीटिंग थी.
मानवेंद्र जसोल की कांग्रेस से भाजपा में हो सकती है घर वापसी!
इस मीटिंग के बाद कई सियासी चर्चाएं चल रही है. इसी बीच एक ऐसी चर्चा भी सामने आई है कि इस बार बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर भाजपा पुराने दिग्गज नेता के पुत्र को मैदान में उतार सकती है. हालांकि यह अब तक केवल सियासी गलियारों के कयास भर है. माना जा रहा है कि वित, विदेश व रक्षा मंत्री रहे जसवंत सिंह जसोल के पुत्र व बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद रहे मानवेन्द्र सिंह जसोल को एक बार फिर भाजपा की टिकट पर मैदान से चुनावी रण में उतारने के वादे के साथ भाजपा में घर वापसी हो सकती है.
हालांकि सड़क दुर्घटना में मानवेन्द्र सिंह ने अपनी पत्नी चित्रा सिंह को खो दिया है.वही उनका भी इलाज जारी है.लेकिन सवाल यह है कि अगर इन कयासों में सच्चाई है तो क्या कैलाश चौधरी से समझाइश कर उन्हे होल्ड पर रहने की हिदायत के लिए यह मीटिंग थी?
दावेदारों की धड़कने तेज
सियासत संभावनाओं का खेल है और सियासत की दुनिया की हर तस्वीर कुछ न कुछ बोलती है, जिसे तूफ़ान से पहले की शांति कहा जा सकता है. क्या इस तस्वीर के सामने आने के बाद जो राजनितिक कयास लगाए जा रहे है उनमें कितनी सच्चाई है, यह तो वक्त ही बताएगा. हालांकि इस मीटिंग के बाद बाड़मेर-जैसलमेर सीट से दावेदारी कर रहे कई भाजपा नेताओं के दिल की धड़कन तेज हो गई.
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