Impacts of Mission Shakti: राजस्थान में मिशन शक्ति का असर दिखने लगा है और प्रदेश के बीकानेर के लिए वर्ष 2023-24 बेहतरी का पैगाम लेकर आया है, जहां बेटियों की तादाद में इज़ाफ़ा हुआ, जिससे जिले का लिंगानुपात बढ़कर 957 हो गया है. वर्ष 2022-23 की तुलना में जिले में लिंगानुपात में 14 अंकों की बढ़ोतरी जिले में घटते लिंगानुपात की चिंताओं के बीच सुखद परिणाम है.
बीकानेर जिला कलेक्टर की पहल पर प्रारम्भ किए गए मिशन शक्ति प्रोजेक्ट से न केवल बेटियों के स्वास्थ्य सूचकांकों में सकारात्मक बदलाव हुए हैं, बल्कि बेटियों के जन्म को एक उत्सव के रूप में मनाने, उनके शिक्षा स्वास्थ्य के साथ-साथ गत दो वर्षों से लिंगानुपात में हो रही गिरावट को रोकने तथा इसमें बढ़ोतरी की दिशा में अहम मदद मिल सकी है.
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019-20 में जिले में 1000 लड़कों के अनुपात में 976 लड़कियों का जन्म हुआ. वर्ष 2020-21 में यह घटकर 971 हो गया. वहीं, वर्ष 2021-22 के दौरान लिंगानुपात में बड़ी गिरावट आई और जिले का लिंगानुपात मात्र 953 ही रह गया था.
जिला कलेक्टर द्वारा शुरू किए गए मिशन शक्ति अभियान में जिले के विभिन्न गांवों के राजकीय स्कूलों में ‘आई एम शक्ति कॉर्नर' एवं ‘आई एम शक्ति वॉल' बनाए गए और राजनीति, खेल, संगीत, शिक्षा, समाज सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं की जीवनी अंकित की गई.
मिशन शक्ति अभियान का पहला ‘आईएम शक्ति कॉर्नर‘ राजकीय गंगा उच्च माध्यमिक विद्यालय में बनाया गया है. इसमें मदर टेरेसा, अरुणिमा सिन्हा, कल्पना चावला, इंदिरा गांधी, सिंधु ताई सपकाल, गुंजन सक्सेना, इंदिरा नुई, पी.वी. सिंधु, अवनि लेखरा, मेरीकॉम, लता मंगेशकर जैसी महिलाओं की जीवनी अंकित करवाई गई है.
शक्ति‘ बुक कॉर्नर' में प्रेरणादायी पुस्तकें रखी गई हैं और बैठने एवं पढ़ने के लिए बेहतर माहौल तैयार किया गया हैं. वहीं, कांउंसलिंग के लिए ‘काउंसलिंग कॉर्नर' और माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरुकता के लिए ‘हाइजिन कॉर्नर' भी बनाया गया है. अन्य स्कूलों में ‘आईएम शक्ति वॉल'बनाए गए हैं.
जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में घटते लिंगानुपात के साथ-साथ बेटियों को कुपोषण का शिकार होने से बचाना भी उनके सर्वांगीण विकास की सबसे बड़ी बाधा दिखाई दी. ऐसे में कन्या के जन्म को प्रोत्साहित करने के साथ उनके सुपोषण के उद्देश्य से बेटी जन्म उत्सव पर सहजन फली का पौधा वितरित किया गया.
मिशन में मिशन अगेंस्ट एनीमिया घटक के तहत पिछले दो वर्षों में ढाई लाख महिलाओं को एनीमिया मुक्त बनाया गया. इसका परिणाम भी एनीमिया मुक्ति के साथ-साथ लिंगानुपात बढ़ोतरी के रूप में नजर आ रहा है. मिशन शक्ति के विभिन्न कार्यों से जिले से लिंगानुपात बढ़ोतरी, कुपोषण मुक्ति व एनीमिया मुक्त बीकानेर की दिशा में सुखद परिणाम मिल रहे हैं.
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