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This Article is From Jan 29, 2024

Mission Shakti: राजस्थान में बढ़ी बेटियों की संख्या, बीकानेर में लिंगानुपात 14 अंक बढ़ा

Mission Shakti Project: बीकानेर जिले में शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर और एनीमिया मुक्त बीकाणा बनाने की दिशा में वर्ष 2022-23 में चलाए गए मिशन शक्ति प्रोजेक्ट के अब दूरगामी सकारात्मक परिणाम स्पष्ट रुप से दिखने लगे हैं. 

Mission Shakti: राजस्थान में बढ़ी बेटियों की संख्या, बीकानेर में लिंगानुपात 14 अंक बढ़ा
मिशन शक्ति प्रोग्राम ने राजस्थान में बढ़ाए बेटियों का लिंगानुपात

Impacts of Mission Shakti: राजस्थान में मिशन शक्ति का असर दिखने लगा है और प्रदेश के बीकानेर के लिए वर्ष 2023-24 बेहतरी का पैगाम लेकर आया है, जहां बेटियों की तादाद में इज़ाफ़ा हुआ, जिससे जिले का लिंगानुपात बढ़कर 957 हो गया है. वर्ष 2022-23 की तुलना में जिले में लिंगानुपात में 14 अंकों की बढ़ोतरी जिले में घटते लिंगानुपात की चिंताओं के बीच सुखद परिणाम है.

मिशन शक्ति के तहत आई एम शक्ति कॉर्नर और शक्ति वॉल के जरिए सकारात्मक माहौल बनाने और बेटी जन्म पर बेटियों के सुपोषण के लिए एक लाख से अधिक सहजन फली के पौधों के वितरण से मिली मदद.

बीकानेर जिला कलेक्टर की पहल पर प्रारम्भ किए गए मिशन शक्ति प्रोजेक्ट से न केवल बेटियों के स्वास्थ्य सूचकांकों में सकारात्मक बदलाव हुए हैं, बल्कि बेटियों के जन्म को एक उत्सव के रूप में मनाने, उनके शिक्षा स्वास्थ्य के साथ-साथ गत दो वर्षों से लिंगानुपात में हो रही गिरावट को रोकने तथा इसमें बढ़ोतरी की दिशा में अहम मदद मिल सकी है.

बीकानेर जिले में शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर और एनीमिया मुक्त बीकाणा बनाने की दिशा में वर्ष 2022-23 में चलाए गए मिशन शक्ति प्रोजेक्ट के अब दूरगामी सकारात्मक परिणाम स्पष्ट रुप से दिखने लगे हैं. 

प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019-20 में जिले में 1000 लड़कों के अनुपात में  976 लड़कियों का जन्म हुआ. वर्ष 2020-21 में यह घटकर 971 हो गया. वहीं, वर्ष 2021-22 के दौरान लिंगानुपात में बड़ी गिरावट आई और जिले का लिंगानुपात मात्र 953 ही रह गया था.

मिशन शक्ति अभियान से वर्ष 2022-23 में जहां लिंगानुपात के घटने की दर कम हुई है. वहीं वर्ष 2023- 24 में इसमें 14 अंकों के उछाल के साथ बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

जिला कलेक्टर द्वारा शुरू किए गए मिशन शक्ति अभियान में जिले के विभिन्न गांवों के राजकीय स्कूलों में ‘आई एम शक्ति कॉर्नर' एवं ‘आई एम शक्ति वॉल' बनाए गए और राजनीति, खेल, संगीत, शिक्षा, समाज सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं की जीवनी अंकित की गई.

वर्ष 2022 में प्रारंभ किए गए मिशन शक्ति का उद्देश्य एनीमिया मुक्त बीकानेर के साथ-साथ मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करना और समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक माहौल का निर्माण करना है.

मिशन शक्ति अभियान का पहला ‘आईएम शक्ति कॉर्नर‘ राजकीय गंगा उच्च माध्यमिक विद्यालय में बनाया गया है. इसमें मदर टेरेसा, अरुणिमा सिन्हा, कल्पना चावला, इंदिरा गांधी, सिंधु ताई सपकाल, गुंजन सक्सेना, इंदिरा नुई, पी.वी. सिंधु, अवनि लेखरा, मेरीकॉम, लता मंगेशकर जैसी महिलाओं की जीवनी अंकित करवाई गई है.

मिशन शक्ति अभियान के माध्यम से न केवल बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ा बल्कि अभिभावकों में भी बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देने उनके स्वास्थ्य व शिक्षा पर विशेष ध्यान देने जैसे बदलाव देखने को मिले हैं. 

 शक्ति‘ बुक कॉर्नर' में प्रेरणादायी पुस्तकें रखी गई हैं और बैठने एवं पढ़ने के लिए बेहतर माहौल तैयार किया गया हैं. वहीं, कांउंसलिंग के लिए ‘काउंसलिंग कॉर्नर' और माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरुकता के लिए ‘हाइजिन कॉर्नर' भी बनाया गया है. अन्य स्कूलों में ‘आईएम शक्ति वॉल'बनाए गए हैं.

जिले में घटते लिंगानुपात को बढ़ाने और कुपोषण का शिकार बेटियों को बचाने के लिए बीकानेर जिले के विभिन्न ब्लॉक में जिला प्रशासन मिशन शक्ति के तहत अब तक एक लाख से अधिक सहजन फली के पौधे वितरित किए जा चुके हैं.

जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में घटते लिंगानुपात के साथ-साथ बेटियों को कुपोषण का शिकार होने से बचाना भी उनके सर्वांगीण विकास की सबसे बड़ी बाधा दिखाई दी. ऐसे में कन्या के जन्म को प्रोत्साहित करने के साथ उनके सुपोषण के उद्देश्य से बेटी जन्म उत्सव पर सहजन फली का पौधा वितरित किया गया.

सुपर फूड ड्रमस्टिक या सहजन एंटी आक्सीडेंट्स, विटामिन सी, बीटा कैरोटीन सहित रिच न्यूट्रिशंस वैल्यू के संबंध में जानकारी को आंगनबाडी केंद्रों के माध्यम से घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया गया, जिससे करीब ढाई लाख बालिकाएं एनीमिया मुक्त हुई हैं.

मिशन में मिशन अगेंस्ट एनीमिया घटक के तहत पिछले दो वर्षों में ढाई लाख महिलाओं को एनीमिया मुक्त बनाया गया. इसका परिणाम भी एनीमिया मुक्ति के साथ-साथ लिंगानुपात बढ़ोतरी के रूप में  नजर आ रहा है. मिशन शक्ति के विभिन्न कार्यों से जिले से लिंगानुपात बढ़ोतरी, कुपोषण मुक्ति व एनीमिया मुक्त बीकानेर की दिशा में सुखद परिणाम मिल रहे हैं.

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