गर्मियों का रसीला फल शहतूत, सेहत के लिए है वरदान 

गर्मियों में बाजार में शहतूत की बहार आ जाती है. यह स्वादिष्ट और रसीला फल न सिर्फ जीभ को भाता है, बल्कि सेहत को भी कई लाभ देता है.

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शहतूत की खबर.

Health News: गर्मियां आते ही बाजार में शहतूत की चहल-पहल शुरू हो जाती है.यह रसीला और स्वादिष्ट फल न केवल जीभ को तृप्त करता है बल्कि सेहत को भी कई फायदे देता है.शहतूत विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है.यह पाचन सुधारने, रक्तचाप नियंत्रित करने और रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाने में मदद करता है.उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब में इसकी खेती खूब होती है. 

शहतूत के गुणों की वैज्ञानिक पुष्टि

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की जुलाई 2023 की एक रिपोर्ट बताती है कि शहतूत की पत्तियां ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और मधुमेह की समस्याओं को कम करने में कारगर हैं.काले शहतूत में लाल या सफेद शहतूत की तुलना में ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट, फ्लेवोनोइड्स और एंथोसायनिन पाए जाते हैं.ये तत्व बीमारियों के खतरे को कम करते हैं और शरीर को स्वस्थ रखते हैं.शहतूत में फेनोलिक एसिड और फ्लेवोनोल्स जैसे प्राकृतिक यौगिक भी होते हैं जो सेहत के लिए वरदान हैं. 

पाचन और वजन घटाने में मददगार

शहतूत खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है.यह कब्ज, पेट की सूजन और ऐंठन जैसी समस्याओं से राहत देता है.साथ ही यह वजन घटाने में भी प्रभावी है.शहतूत का नियमित सेवन बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है.शहतूत की चाय और पत्तियों का अर्क भी सेहत के लिए फायदेमंद है. 

इम्यूनिटी और त्वचा के लिए फायदेमंद

शहतूत में मौजूद विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है.यह ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है.इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण चेहरे की झुर्रियों और फाइन लाइंस को कम करते हैं, जिससे त्वचा जवां और चमकदार दिखती है. 

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आयुर्वेद में शहतूत का महत्व

प्राचीन काल से शहतूत का इस्तेमाल आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में होता आया है.इसका छोटा-मध्यम आकार का पेड़ तेजी से बढ़ता है और सेहत के लिए अनमोल है.गर्मियों में शहतूत का सेवन करें और स्वस्थ रहें.

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