Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले में साइबर अपराध पर कड़ी कार्रवाई का सिलसिला जारी है. मुंबई की साइबर क्राइम ब्रांच टीम ने शनिवार को मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र में छापेमारी की और एक आरोपी को पकड़ा. यह कार्रवाई पूरे देश में साइबर फ्रॉड के खिलाफ पुलिस की मुहिम का हिस्सा है जहां अलग-अलग जगहों पर ठगों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है.
मुंबई से आई टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और साइबर ठगी के एक बड़े मामले में सफलता पाई. इस घटना से साफ है कि ठग अब कहीं भी छिपकर सुरक्षित नहीं रह सकते क्योंकि पुलिस की नजर हर कोने पर है.
मुंबई की महिला बनी ठगी का शिकार
मुंबई के मलुंड वेस्ट इलाके में रहने वाली विनीता पत्नी नरेश कुमार ने कुछ समय पहले साइबर ठगों का शिकार होने की शिकायत दर्ज कराई थी. शातिरों ने उनसे 16 लाख 86 हजार रुपये ठग लिए. पीड़िता ने ईस्ट मुंबई के साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई.
पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और ठगों के नेटवर्क का पता लगाना शुरू किया. इस मामले में ठगी की रकम विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी जिसकी वजह से जांच राजस्थान तक पहुंची. पीड़िता की हिम्मत और पुलिस की तेजी से यह केस सुलझने की राह पर है जो अन्य पीड़ितों को भी प्रेरित करेगा.
दौसा के युवक के खाते में पहुंची ठगी की रकम
मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र के बंजारा ढाणी उदयपुरा गांव में रहने वाले जितेंद्र बंजारा को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया. आरोपी के एयरटेल पेमेंट बैंक खाते में ठगी की रकम में से 1 लाख 69 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए थे.
मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर हर्षद हिंगे ने बताया कि शातिर ठगों ने जितेंद्र का खाता कुछ रुपयों के बदले खरीदा था. रकम आने के कुछ ही देर बाद इसे अन्य खातों में शिफ्ट कर दिया गया. पुलिस को बैंक ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली तो उन्होंने आरोपी की तलाश तेज की और शनिवार को उसे दबोच लिया.
अन्य ठगों की तलाश में जुटी पुलिस टीमें
सब इंस्पेक्टर ने कहा कि जितेंद्र से पूछताछ जारी है और इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए टीम काम कर रही है. मुंबई पुलिस की एक और टीम साइबर ठगी से जुड़े संदिग्धों की तलाश में लगी हुई है.