Narayan Gurjar Murder Case News: यूपी के बहुचर्चित विकास दुबे उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Temple) के सीसीटीवी से पकड़े गए थे. वहीं महाकाल इस बार राजस्थान पुलिस के लिए मददगार साबित हुए हैं. राजस्थान के बहुचर्चित नारायण गुर्जर हत्याकांड में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी का दबाव लगातार पुलिस पर बढ़ता जा रहा था. आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर होते जा रहे थे. इधर गुर्जर समाज अलग-अलग जगह पर हत्याकांड के खिलाफ और आरोपीयो की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन कर रहा था. पुलिस को छोटा सा इनपुट मिला कि, आरोपी महाकाल जा सकते हैं. पुलिस ने महाकाल मंदिर ट्रस्ट से मदद ली. वहां से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस दोनों मुख्य आरोपियों की धर पकड़ में कामयाब रही.
पुलिस से बचने के लिए बदला हुलिया
पुलिस को आरोपियों के मध्यप्रदेश की तरफ फरारी काटने और महाकाल (उज्जैन) का इनपुट मिला. एसपी दुष्यंत ने मांडल थाना प्रभारी संजय गुर्जर को मिले इनपुट के बाद पुलिस टीम के साथ उज्जैन भेजा. जहां महाकालेश्वर मंदिर ट्रस्ट की ओर से लगाये CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली गई तो दोनों आरोपियों के फुटेज कैमरे में कैद मिले. दोनों ने बाल कटवाकर कैप लगा रखी थी. पहचान छिपाने और पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने बाल कटवाए.
मंदिर के CCTV फुटेज में दिखे आरोपी
मगर उज्जैन महाकाल मंदिर से मिले सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस की खूब मदद की उसी के आधार पर पुलिस ने बीती शाम दोनों बदमाशों को नीमच-मंदसौर (मध्यप्रदेश) हाईवे पर गिरफ्तार कर लिया. दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस महकमे ने राहत की सांस ली है.
10 दिन से कर रही थी पुलिस तलाश
वारदात के बाद से फरार आरोपितों की तलाश में पिछले 10 दिन से दर-दर भटकती पुलिस टीम को आखिर सफलता मिल ही गई. देवरिया, (मांडल-भीलवाडा) के मदन सिंह उर्फ तेज सिंह और राकेश सुथार निवासी लखारा चौक, (माण्डल-भीलवाडा) को मध्यप्रदेश में नीमच- मंदसौर हाइवे से दबौच लिया.
हुलिया बदला...भागे मगर हवालात मिल गई
दोनों आरोपियो ने पुलिस से बचने के लिए अपने बाल कटवाकर हुलिया बदल लिया. वे, कैप पहन रहे थे. पुलिस उज्जैन पहुंची इससे ठीक आधे घंटे पहले दोनों आरोपी वहां से भाग गए. टीम की मशक्कत फिर शुरू हो गई. पीछा करते हुए टीम नीमच मंदसौर हाईवे पर पहुंच गई, और दोनों पकड़े गए. पुलिस टीम के उज्जैन पहुंचने के आधा घंटे पहले ही दोनों आरोपित वहां से निकल गये थे. अगर यह फासला नहीं होता तो दोनों आरोपित उज्जैन में ही पकड़े जाते.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
गिरफ्तार दोनों आरोपियों पर आरोप है कि 23 अप्रैल की रात उन्होंने नारायण गुर्जर को पल्सर बाइक से जाते समय स्विफ्ट कार से टक्कर मारी. जिससे नारायण, बाइक सहित उछल कर खेत में जा गिरा. नारायण को कार में डालकर ये आरोपित नीम का खेड़ा के जंगल में ले गये. वहां उसके साथ मारपीट की, उसे गंभीर चोट आई. गंभीर रूप से घायल नारायण गुर्जर जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था. घटना के बाद से गुर्जर समाज में रोष व्याप्त था.
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