Rajasthan News: राजस्थान में पिछली गहलोत सरकार में छात्राओं को प्रोत्सहित करने के लिए साल 2021-22 में कालीबाई भील स्कूटी वितरण और देवनारायण योजना के तहत स्कूटी देने की घोषणा हुई थी. इसके लिए शर्त रखा गया है था कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 65 फीसदी और CBSE बोर्ड में 75 प्रतिशत से ऊपर अंक लाने वाली छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी. इसके बाद बांसवाड़ा में करीब 500 से अधिक छात्राओं को स्कूटी आवंटित किया गया. लेकिन विधानसभा और लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लगने के बाद इसका आवंटन नहीं हो सका. हालांकि गहलोत सरकार में भी वित्त विभाग की लापरवाही सामने आई है क्योंकि स्कूटी वितरण के लिए QR Code जारी नहीं किया गया. लेकिन वित्त विभाग की यह लापरवाही भजनलाल सरकार में भी जारी रही और अब तक QR Code जारी नहीं किया गया.
वर्तमान भजनलाल सरकार को प्रदेश में 1 साल पूरे होने को हैं और इस दौरान माध्यमिक बोर्ड रिजल्ट 2023-24 भी जारी किया गया. लेकिन इसके बावजूद सरकार और अधिकारियों की नजर इस धूल फांकती 1500 स्कूटी पर नहीं गई.
हम चुनाव में व्यस्त थे इसलिए ध्यान नहीं दे पाए- बाबू लाल खराड़ी
वर्तमान भजनलाल सरकार के एक साल पूरे होने के बाद भी शासन और प्रशासन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. वहीं जनजातीय मंत्री बाबू लाल खराड़ी ने धूल फांकते स्कूटी को लेकर बयान देते हुए सियासत शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि
राजकुमार रोत ने भी सरकार को घेरा
बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने इस पूरे मामले में भजनलाल सरकार को घेरा है. राजकुमार रोत ने कहा कि बांसवाड़ा जिले में सरकार की योजनाओं की स्कूटी धूल फांक रही है. लेकिन इस पर न सरकार और न ही किसी अधिकारी की नजर है. सरकार जो पार्टी प्रचार में लगी है उन्हें कम से कम प्रदेश की योजनाओं को धरातल पर उतारने पर भी ध्यान देना चाहिए. इसके साथ उन अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जिनकी लापरवाही की वजह से बच्चियों को स्कूटी का लाभ नहीं मिल पाया है. चूंकि इतने दिनों से स्कूटी रखी हुई सड़ गई है तो इसे सरकार को वापस कंपनी को भेजना चाहिए और नई स्कूटी छात्राओं को वितरण करना चाहिए.
बहरहाल बांसवाड़ा जिले में सड़ रहे स्कूटी को लेकर अब सरकार एक्टिव हुई है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर दोनों ही सरकार में छात्राओं को मिलने वाली इस लाभ को लेकर लापरवाही क्यों बरती गई. क्योंकि यह मामला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए है तो इस लापरवाही से बच्चियों का मनोबल बढ़ा होगा या फिर और ज्यादा टूट गया होगा.
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