NDTV Rajasthan Conclave Bikaner: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2030 तक प्रदेश के अग्रणी राज्य बनाने के लिए राजस्थान मिशन 2030 शुरू किया है. इस मिशन के तहत प्रदेश भर से करोड़ों सुझाव लिए गए. इन सुझावों के आधार पर सरकार अपनी आगामी नीतियां तय करेगी. गहलोत सरकार की इस महत्वकांक्षी स्कीम के बारे में शुक्रवार को एनडीटीवी राजस्थान के बीकानेर कॉन्क्लेव में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने खुलकर बात की. बीकानेर के लक्ष्मी निवास होटल में आयोजित इस कॉन्क्लेव में शिक्षा मंत्री डॉ. बुलाकी दास कल्ला ने बीते पांच साल में शिक्षा के क्षेत्र में हुए काम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राजस्थान ने बीते 5 साल में शिक्षा के क्षेत्र में जिस तरह की प्रगति की है, वैसा अन्य राज्यों में देखने को नहीं मिलेगा.
5 साल में सरकार ने 3700 सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले
शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि राजस्थान में सरकार ने बीते पांच साल में 3700 इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल खोले. इन स्कूलों में भी फ्री शिक्षा दी जा रही है. इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए बच्चों की भीड़ जुटी. सीटों से अधिक आवेदन आए. ऐसे में हमे लॉटरी निकालकर बच्चों को दाखिला लेना पड़ा.
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने आगे कहा कि हम प्राइवेट स्कूलों से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए सरकारी स्कूलों को इस काबिल बनाना चाहते हैं कि लोग खुद से अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाने आए. राजस्थान में खोले गए सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल को महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल का नाम दिया गया है. जहां बच्चों के दाखिला में किसी की सिफारिश काम नहीं आती.
विजन 2030 पर बोले शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला
कॉन्क्लेव की शुरुआत में राजस्थान मिशन 2030 पर मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट के माध्यम से 2030 तक राजस्थान कहां होगा, सामाजिक अधिकारिता, लेबर फ्रंट, शिक्षा, नगरीय विकास आदि के मामलों में प्रदेश कहां होगा. इसके बारे में सुझाव मांगे जा रहे हैं. इन सुझावों पर हम नीतियां बनाएंगे.
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि हमने 1033 विद्यालयों में बाल वाटिकाएं खोली. इसे और बढ़ाया जाएगा. प्रदेश में 67 हजार स्कूलें हैं, जिसमें बाल वाटिकाएं खोलने का विचार है. मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों से मुकाबला करें, इसके बारे में विद्याथी अभी से सोचने लगे हैं. विश्वस्तरीय शिक्षा हमारे विद्यार्थी कैसे हासिल करें इसके सुझाव आ रहे हैं
शिक्षा विभाग में नौकरी के बाबत मंत्री ने कहा कि हमने एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की. और भी कुछ नियुक्तियां होनी है. जो कुछ दिनों में हो जाएगी. ऑनलाइन एजुकेशन पर मंत्री ने कहा कि हमने 24000 स्कूलों में ई क्लालेस शुरू कर दिए. ICT लैब की स्थापना की. जहां हर सब्जेक्ट के एक्सपर्ट हैं.
शिक्षा मंत्री ने बताया कि हमने शिक्षा के क्षेत्र में 7 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए. इंस्पायर अवार्ड में हमारे विद्यार्थी बीते तीन साल से देशभर में अव्वल हैं. 300 से नए कॉलेज खोले गए. 120-30 स्कूल महिलाओं के लिए हैं.
सेशन में गेस्ट के रूप में शामिल हुई शिक्षा के क्षेत्र में लंबे से काम कर रही सुनीता गुलाठी ने कहा राजस्थान डिजिटल एजुकेशन में नंबर-1 है. ऑनलाइन मीडियम से डिजिटल कटेंट और वीडियो शिक्षकों द्वारा बनाए गए. जो दीक्षा पोर्टल और पीएम ई विद्या पोर्टल पर भी चल रही है.
सेशन के तीसरे गेस्ट मनोज दीक्षित ने क्वालिटी एजुकेशन की बात की. उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों में राजस्थान एजुकेशन के सेक्टर में उभरकर सामने आया है. स्कूल ड्रॉप आउट की समस्या पर उन्होंने कहा कि एजुकेशन को लाइवीहुड से जोड़ना ड्रॉप आउट को खत्म करेगी.
ड्रॉप आउट की समस्या पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर क्षेत्रीय विकास परिषद की बैठक में बीते दिनों इस मसले पर चर्चा हुई थी. राजस्थान में ड्रॉप आउट तब होते थे, जब हर ढाणी तक स्कूल नहीं होते थे. हमने 250 की आबादी तक प्राइमरी स्कूल खोले. मंत्री ने बताया कि 5200 सीनियर सेकेंडरी स्कूल खोले गए बीते पांच साल में. राजस्थान में 84 लाख बच्चे स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं. ड्रॉप आउट की समस्या 3-4 प्रतिशत तक गिरा है. शनिवार को कई तरह के नो वैक्स डे मनाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें - ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी बोले- 2030 तक देश का 20% सोलर उर्जा राजस्थान से उत्पादित होगा