
Rajasthan News: बीते शुक्रवार को राजस्थान के झालावाड़ में हुए हादसे ने पूरे देश को झकझोर करके रख दिया. इस हादसे में कुल 7 बच्चों की मौत हुई, जबकि कई घायल हो गए. इस हादसे को लेकर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा. नरेश मीणा ने तो हादसे के बाद झालावाड़ अस्पताल परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया. हालांकि, बाद में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अब मंगलवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी पीड़ित परिवारों से मिलने पीपलोदी गांव पहुंचे.
निर्मल चौधरी ने दिए एक-एक लाख रुपये
निर्मल चौधरी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर अपनी तरफ से एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रत्येक पीड़ित परिवार को सौंपी. इस दौरान निर्मल चौधरी ने कहा कि उन्होंने इतने बुरे हालात अपने जीवन में पहली बार देखे हैं. उन्होंने कहा कि यहां रहने वाले लोग पशु पक्षियों की तरह जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हैं.
सरकार ने 10-10 लाख के मुआवजे का ऐलान किया
बता दें कि झालावाड़ के पिपलोदी स्कूल हादसे में जान गंवाने बच्चों के परिजनों को भजनलाल सरकार ने 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने का ऐलान किया था. साथ ही घायल बच्चों को बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए गए. हादसे के बाद झालावाड़ की विधायक वसुंधरा राजे ने एक परिवार को 10 लाख रुपये की मदद और संविदा पर नौकरी का पत्र सौंपा था.
नरेश मीणा ने एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की
दूसरी तरफ से हादसे के बाद से ही टोंक के देवली-उनियारा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले नरेश मीणा पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये के मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही नरेश मीणा ने घायलों को 50 लाख रुपये देने की मांग की. फिलहाल नरेश मीणा सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद 08 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में जेल में हैं.
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