Rajasthan Road Safety: राजस्थान में हाल ही में राजधानी जयपुर में नेशनल हाईवे पर भीषण अग्निकांड हादसा हुआ. इस अग्निकांड में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि काफी लोग अब भी गंभीर रूप से घायल है जो जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. इस हादसे के बाद राजस्थान में रोड सेफ्टी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. क्योंकि यह पूरा हादसा रोड सेफ्टी को उल्लंघन की वजह से ही हुआ है. अगर रोड सेफ्टी का ध्यान रखा जाता तो शायद यह बड़ा हादसा टाला जा सकता था. वहीं इस घटना के बाद राज्य सरकार और प्रशासन की नींद भी खुल चुकी है और इस पर अब सरकार आवश्यक निर्देश दे रही है.
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने राजस्थान में रोड सेफ्टी को लेकर जरूरी बैठक की है. इस बैठक में NHAI, PWD सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए थे. इसके साथ ही डिप्टी सीएम और सड़क परिवहन मंत्री प्रेमचंद बैरवा भी बैठक में मौजूद थे. सीएम ने इस बैठक में अधिकारियों की क्लास लगाई और कहा कि प्रदेश में हर हाल में सड़क हादसों में कमी लाई जाए और लोगों को भी इसके प्रति जागरूक किया जाए.
नेशनल हाईवे पर सख्त नियम का आदेश
सीएम भजनलाल शर्मा ने नेशनल हाईवे पर सख्त सड़क नियम बनाने और उसके पालन करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने नेशनल हाईवे पर अवैध पार्किंग पर रोक लगाने और सड़क दुर्घटना में जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे पर एंबुलेंस हमेशा उपलब्ध होना चाहिए और 24 घंटे इमजेंसी सेवा भी अनिवार्य किया जाए. सीएम ने बिना परमिट वाहनों पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सड़क दुर्घटना में लोगों की जान बचाने वाले व्यक्तियों को उचित सम्मान भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
हाईवे पर यूटर्न लेने वाले कट को किया जाएगा बंद
सीएम भजनलाल शर्मा ने हाईवे पर यूटर्न लेने वाले कट को बंद करने का निर्देश दिया है. साथ ही उनके लिए विपल्प तलाशने को लेकर भी दिशा निर्देश दिये हैं. सीएम ने कहा कि प्रदेश में चिह्नित ब्लैक स्पॉट को जल्द से जल्द ठीक किया जाए और अधूरे सड़क प्रोजेक्ट को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया है.
इसके अलावा सीएम भजनलाल शर्मा ने राजस्थान में हो रहे बोरवेल हादसे को लेकर भी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने आदेश दिया है कि जितने भी प्रदेश में खुले बोरवेल हैं उन्होंने फौरन 2 हफ्तों में चिह्नित कर संपूर्ण सर्वे करवाकर कार्रवाई की जाए.
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