Rajasthan News: राजस्थान में कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल (Prahlad Gunjal) ने बीजेपी के प्रत्याशी ओम बिरला (Om Birla) और उनके भाई हरिकृष्ण बिरला (Harikrishna Birla) के खिलाफ मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) को शिकायत की है. गुंजल ने दोनों बिरला भाइयों पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'चुनाव आयोग और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है. वह आदर्श आचार संहिता की पालना नहीं करवा पा रहे हैं.'
नामांकन के दौरान हुई चूक
गुंजल ने प्रत्याशियों के लिए जारी नामांकन नियमों का जिक्र करते हुए आगे कहा, 'आचार संहिता में एक बिंदु है, जिसके अनुसार नामांकन भरते हुए प्रत्याशी समेत केवल पांच व्यक्ति ही रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष मौजूद रह सकते हैं. लेकिन 3 अप्रैल को जब बीजेपी के प्रत्याशी ओम बिरला नामांकन पत्र दाखिल करने गए तो उनके साथ 5 से अधिक व्यक्ति रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष पहुंचे. ऐसा ही कुछ 4 अप्रैल को ओम बिरला के भाई हरिकृष्ण बिरला ने नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान हुआ. उस दौरान भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए पांच व्यक्तियों से ज्यादा लोग रिटर्निंग अधिकारी के यहां पहुंचे. नामांकन के फोटो खुद बिरला भाईयो ने शेयर किए हैं.'
रैली के वक्त भी दी थी शिकायत
इससे पहले भी गुंजल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को बिरला की नामांकन रैली निकालने के चंद घंटों पहले शिकायत की थी. उसमें कहा गया था कि कोटा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी द्वारा 3 अप्रैल को नामांकन दाखिल किया जा रहा है. इस दौरान रैली निकाली जा रही जिसके लिए कोटा नगर निगम (उत्तर दक्षिण) के कर्मचारियों को आने के लिए पाबंद किया जा रहा है. सफाई व्यवस्था देखने वाली अधिकारी ऋचा सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारीयों ने सभी कर्मचारियों को रैली स्थल के पास स्थित बाराद्वारी पर एकत्रित होने के लिए पाबंद किया है, और वहां से उन्हें पार्टी का दुपट्टा पहनाकर भाजपा प्रत्याक्षी की रैली में जाने के लिए निर्देशित किया है. इसी प्रकार आंगन बाड़ी संचालित करने वाली सभी महिलाओं को भी रैली में आने के लिए दबाव डाला जा रहा है. जिला परिषद के अधिकारी भी सभी नरेगा कर्मचारियों को बसों में बिठाकर रैली में ले जाने की व्यवस्था करवा रहे हैं, जो की सीधे से आचार संहिता का उल्लघंन हैं. गुंजल ने तीनों शिकायत पर उचित कार्यवाही कर आर्दश आचार संहिता का पालन करवाने की मांग की.