तेंदुए के आतंक के बीच पाली में बच्चे पर भालुओं का हमला, लहूलुहान हालत में अस्पताल में भर्ती

भालुओं ने नाबालिग बच्चे देवेंद्र के सिर, हाथ, पैर को नाखूनों से लहूलुहान कर दिया. बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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राजस्थान में बीते कई दिनों से आदमखोर तेंदुए आतंक से लोग दहशत में हैं. उदयपुर में 10 दिनों के अंदर आधा दर्जन से ज्यादा लोगों आदमखोर तेंदुआ अपना शिकार बना चुका है. तेंदुए के आतंक के बीच मंगलवार को पाली में भालुओं के झुंड ने एक नाबालिग बच्चे पर हमला कर दिया. जानकारी के अनुसार, भालुओं ने नाबालिग के सिर, हाथ और पैर को नाखूनों से लहूलुहान कर दिया है.

सिर, हाथ-पैर को किया लहूलुहान

जानकारी के अनुसार, पाली के बड़जलिया में देवेंद्रसिंह पुत्र जगदीशसिंह रावत अपने घर के बाहर किसी काम के लिए जा रहा था. इस दौरान अचानक से तीन भालुओं ने उस पर हमला कर दिया. भालू ने देवेंद्र के सिर, हाथ, पैर को नाखूनों से लहूलुहान कर दिया. बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनकर देवेंद्र के पिता जगदीशसिंह भाग कर घर के बाहर आए और पत्थरों से भालुओं को मारने लगे. इसके बाद भालू लहूलुहान हालत में नाबालिग बच्चे को छोड़कर जंगल मे भाग गए, बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

तेंदुए को गोली मारने का आदेश

उधर उदयपुर में एक के बाद एक, कई लोगों का शिकार बनाने के बाद राजस्थान वन विभाग ने तेंदुए को मारने के लिए मंगलवार दोपहर शूट एट साइट का आदेश जारी कर दिया है. शूट एट साइट के आदेश कॉपी में 3 शर्तों का भी जिक्र किया गया है. इसमें साफ लिखा है कि पहली कोशिश तेंदुए को पकड़ने की होगी. अगर वो जाल में नहीं फंसता है तो उसकी पहचान करके शूट किया जाएगा. इसके साथ ही रोजाना रिपोर्ट जयपुर मुख्यालय को भेजी जानी जरूरी होगी.

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