Udaipur Panther News: राजस्थान के उदयपुर (udaipur) जिले की गोगुंदा तहसील के लोग पिछले एक हफ्ते से तेंदुए के आतंक में जी रहे हैं. यहां के लोग अकेले घर से बाहर निकलने में कतराने लगे हैं. उन्होंने अपने जानवरों को भी घर के अंदर बांधना शुरू कर दिया है. क्योंकि यहां अब तक तेंदुए ने पिछले 11 दिनों में 8 लोगों को मार डाला है. आठवीं मौत केलवो का खेड़ा गांव में एक वृद्धा महिला की हुई.
11 दिनों में 8 लोगों को बना चुका है अपना निवाला
अधिकारियों के अनुसार ताजा घटना गोगुंदा थाना क्षेत्र के केलवो का खेड़ा गांव की है, जहां एक वृद्ध महिला अपने मवेशियों को चारा डालने के लिए निकली थी, तभी एक जंगली जानवर ने उस पर हमला कर दिया. महिला की चीख-पुकार सुनकर जब परिवार के अन्य सदस्य वहां पहुंचे तो जानवर महिला को छोड़कर वहां से भाग गया, हालांकि गर्दन पर गहरी चोट लगने से उसकी मौत हो गई. जिसके बाद मौतों का आंकड़ा 8 पहुंच गया है.
जरा सी भी आहट पर चिल्लाने लगते है लोग
तेंदुए के कारण होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या के कारण गांव छावनी में तब्दील हो गया है. पुलिस, वन विभाग, सेना और प्रशासन उसे पकड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसके बावजूद लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं. अंधेरा होने के बाद कोई भी अपने घर से बाहर निकलने की नहीं सोचता. तेंदुए की मौजूदगी की जरा सी भी आहट होते ही गांव में चीखने-चिल्लाने की आवाजें आने लगती हैं.
ड्रोन के जरिए रखी जा रही है नजर
ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए कई बार जानवरों का शिकार करते हैं, लेकिन इस तरह से इंसानों पर कभी हमला नहीं किया. वे खुले में खुलेआम घूमते थे, ऐसा पहली बार है कि वे लगातार इंसानों पर हमला कर रहे हैं. इसे पकड़ने के लिए टीमें देर रात तक ड्रोन के जरिए नजर रख रही हैं. साथ ही वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए हैं. इन पिंजरों के पास मछलियों को धोने के बाद बचा पानी छिड़का जा रहा है, ताकि उसकी गंध से वे पिंजरे में आ जाएं.
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