धौलपुर में पैंथर का आंतक, गांव में घुसकर किया 40 भेंड़ों का शिकार, ग्रामीणों में हड़कंप

डीएफओ किशोर गुप्ता ने आगे कहा कि यह टाइगर का हमला नहीं हो सकता है. क्योंकि टाइगर की मूवमेंट अभी सरमथुरा वन्य क्षेत्र में है. वहीं पैंथर जरूर हमला कर सकता है. पूर्व में भी एक दो स्थानों पर पैंथर ने भेंड़ों पर हमला किया है.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
धौलपुर में घटनास्थल पर मौजूद लोग.
Dholpur:

धौलपुर जिले के बाड़ी सदर थाना क्षेत्र के रहे गांव में देर रात को जंगली जानवर द्वारा पशुबाड़े में बंधी भेड़ों को शिकार करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद से गांव में हड़कंप मचा है. घटना के बाद से ग्रामीण भयभीत है. ग्रामीणों ने पुलिस एवं प्रशासन से मदद की मांग की है. पीड़ित भेड़ पालक ने घटना को लेकर सदर थाने को सूचना दी है. साथ में वन विभाग को भी मामले से अवगत कराया गया है.

जानकारी के अनुसार सदर थाना क्षेत्र के डांग एरिया के गांव रहे की यह घटना है. जहां पशुपालक महावीर गुर्जर के बाड़े में बंधी भेड़ो पर रात को जंगली जानवर पैंथर ने हमला किया है. जंगली जानवर ने बाड़े में बंधी 40 भेड़ों को मौत के घाट उतारा है. कुछ भेड़ घायल भी बताई जा रही हैं.

Advertisement
डीएफओ किशोर गुप्ता ने आगे कहा कि यह टाइगर का हमला नहीं हो सकता है. क्योंकि टाइगर की मूवमेंट अभी सरमथुरा वन्य क्षेत्र में है. वही पैंथर जरूर हमला कर सकता है. पूर्व में भी एक दो स्थानों पर पैंथर ने भेंड़ों पर हमला किया है.

भेड़ों के चीखने की आवाज से जागे ग्रामीण 

जंगली जानवर द्वारा भेंड़ों पर हमला करने के बाद घायल भेंड़ें

घटना की जानकारी सुबह चार बजे के करीब ग्रामीणों को भेड़ों के चीखने की आवाज सुनने पर हुई. जिसके बाद ग्रामीणों ने पशुबाड़े में जाकर देखा तो सभी भेंड़े मरी पड़ी थी. वहीं करीब आधा दर्जन भेड़ें घायल अवस्था में पड़ी कराह रही थी. ऐसे में पशुपालक महावीर गुर्जर ने सदर थाने में मामले की जानकारी दी है.

Advertisement

टाइगर नहीं पैंथर का हमला 

वहीं वन विभाग के अधिकारियों को भी घटना से अवगत कराया है. धौलपुर वन विभाग के डीएफओ किशोर गुप्ता का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है. रहे गांव में टीम जांच कर रही है. मौके पर पहुंचकर टीम द्वारा साक्ष्य जुटाए जाने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि हमला करने वाला जानवर कौन है. डीएफओ किशोर गुप्ता ने आगे कहा कि यह टाइगर का हमला नहीं हो सकता है. क्योंकि टाइगर की मूवमेंट अभी सरमथुरा वन्य क्षेत्र में है. वही पैंथर जरूर हमला कर सकता है. पूर्व में भी एक दो स्थानों पर पैंथर ने भेंड़ों पर हमला किया है.

Advertisement

भयभीत ग्रामीणों ने की प्रशासन से मदद की मांग 

घटना के बाद रहे गांव के भयभीत ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद की मांग की है. गांव के बड़े बुजुर्ग बाबूलाल का कहना है कि जंगली जानवर आए दिन पशुओं को मार रहे हैं. ऐसे में प्रशासन से मदद की गुहार है. प्रशासन द्वारा उन्हें सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जाए. गौरतलब है कि पूर्व में भी पैंथर द्वारा पशुओं समेत स्थानीय ग्रामीणों पर भी हमले किए हैं.

इसे भी पढ़े: Knob-billed duck: प्रवासी पक्षियों के लिए पंसदीदा जगह बना जैसलमेर, यहां पहली बार दिखी नॉब-बिल्ड बत्तख