
Rajasthan News: राजस्थान पुलिस ने प्रतापगढ़ के भूमाफिया जानशेर खान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. अखेपुर निवासी जानशेर खान की बगवास में 12 करोड़ रुपये की संपत्ति को फ्रीज करवा दिया गया. यह कार्रवाई बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम के तहत कुल 6.74 हेक्टेयर कृषि योग्य जमीन को लेकर की गई है. इस दौरान आयकर विभाग ने प्रतापगढ़ तहसीलदार व सब रजिस्ट्रार को निर्देशित किया गया है कि जानशेर और उसके साथियों की प्रॉपर्टी किसी भी सूरत में ट्रांसफर नहीं हो सके, यह सुनिश्चित किया जाए.
बोहरा की जमीन पर किया कब्जा
आईजी प्रफुल्ल कुमार के मुताबिक, मुस्तफा बोहरा प्रतापगढ़ शहर के एक नामी प्रतिष्ठित व्यक्ति थे. कुछ लोग अवैध रूप से रूपये वसूलने के लिए उन्हें और परिवार को जान से मारने की धमकिया देकर आये दिन परेशान करते थे. इन्होंने मुस्तफा बोहरा के साथ जमीनों की खरीद व विक्रय के लिए सौदे किये, लेकिन खरीदी हुई जमीनों की रजिस्ट्री करवा कर जमीनों का भुगतान नहीं किया. डरा धमका कर खाली चैक व स्टाम्प्स पर भी हस्ताक्षर करवा लिए. यही नहीं आरोपियों ने बोहरा की जमीनों पर भी कब्जा करना शुरू कर दिया था.
धोखाधड़ी करके खरीदी जमीन
जिससे परेशान होकर मुस्तफा बोहरा ने 30 अगस्त 2023 को जहर खाकर सुसाइड कर लिया. आत्महत्या करने से पहले बोहरा ने सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें जानशेर खान समेत अन्य लोगों का जिक्र किया. इसके बाद पुलिस ने जानशेर और उसके साथियों को 31 अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया. जानशेर ने प्रतापगढ़ में कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर अवैध तरीके से कई करोड़ों की सम्पतियां इकट्ठा की. उसने प्रतापगढ़ में करीब 12 करोड़ की 6.74 हेक्टेयर कृषि भूमि अपने सहयोगी बसंती लाल मीणा, राधेश्याम मीणा व सरमथ मीणा, भग्गाराम के नाम पर खरीदी.
बेनामी प्रॉपर्टियों का लेखा-जोखा तैयार कर इनकम टैक्स ने चार उन लोगों के नाम नोटिस भेजा है, जिनके नाम जानशेर ने संपत्ति दर्ज करवाई थी. इसके तहत बसन्ती लाल मीणा निवासी वार्ड नम्बर 2 अखेपुर, राधेश्याम मीणा पुत्र शंकर लाल निवासी मीनो का मोहल्ला अखेपुर, भग्गाराम मीणा पुत्र वक्ताराम निवासी 35 छोटा धामनिया तहसील अरनोद और सरमथ लाल मीणा पुत्र मोहन लाल निवासी सानोती कुल थाना प्रतापगढ को नोटिस भिजवाया गया है.
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