Rajasthan News: राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव का रिजल्ट 23 नवंबर को जारी होने वाला है. वोटों की गिनती शुरू होने में अब सिर्फ 48 घंटे का समय बाकी है. ऐसे में हर पार्टी के नेताओं की धड़कनें बढ़ी हुई हैं. इस वक्त वे अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. मगर, जनता ने किसे चुना है? इसका जवाब वोटों की गिनती पूरी होने के बाद मिलने वाला है. जीत चाहे किसी भी पार्टी की हो, लेकिन उपचुनाव के बाद बड़ा फेरबदल कांग्रेस में ही होने वाला है.
डोटासरा ने दिल्ली भेजी लिस्ट
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में नामों की एक लिस्ट बनाकर दिल्ली में हाईकमान को भेजी है. इस लिस्ट में पीसीसी के उन सचिव और महासचिवों के नाम हैं, जिन्होंने वर्ष 2023 के विधानसभा और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में सक्रिय रूप से भाग नहीं लिया है. बताया जा रहा है कि 23 नवंबर को उपचुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद AICC इन नेताओं को पद से हटाने का फैसला ले सकती है.
AICC लेगी फाइनल फैसला
राजस्थान पीसीसी में इस वक्त 91 सचिव और 48 महासचिव हैं. इनमें से कई नेताओं की पद पर नियुक्ति 3 से 5 साल पहले हुई थी. इनमें अधिकतर वो लोग हैं जो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की रैलियों में शामिल नहीं हुए थे. बताते चलें कि 10 नवंबर को पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने पब्लिक रैली में यह कहा था कि उपचुनाव के 2 दिन बाद गड़बड़ करने वाले नेताओं को कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. यह बयान उन्होंने गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में दिया था.
पहले चांदना ने दिए थे संकेततब चांदना ने सलूंबर में कहा था कि, 'मैं पीसीसी चीफ डोटासरा से कहना चाहता हूं कि आप ऑब्जर्वर भेजें. अगर कोई गड़बड़ करता है, कोई पार्टी को हराने का काम करता है और कांग्रेस के अंदर बैठा है, तो उसे पार्टी से निकालने का काम करेंगे. यह जनता को विश्वास दिलाकर जाए. इन लोगों की मेहनत बार-बार खराब होती है. ये देश में कहा जाता है कि कांग्रेस को कांग्रेस हरा सकती है, बीजेपी नहीं हरा सकती.'
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