राजस्थान में भाजपा की नई सरकार के सत्ता में आने के बाद ताबड़तोड़ एक्शन लिए जा रहे हैं. बात चाहे पेपरलीक जैसे बड़े मामले की या फिर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में फैले गुंडा-माफियाओं की. सरकार हर काम में एक्टिव नजर आ रही है. इस बीच कई शहरों से अतिक्रमण हटाओ के नाम पर बुलडोजर भी खूब गरज रहा है. लेकिन कई जगहों पर इस अभियान में जुटे अधिकारियों को लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है.
ऐसा ही एक मामला गुरुवार को बांसवाड़ा जिसे से सामने आया. जहां शहर को साफ़ और अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए जिला प्रशासन और नगर परिषद ने संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन के निर्देश पर कार्रवाई शुरू की. गुरुवार को नगर परिषद बांसवाड़ा द्वारा शहर में सार्वजनिक स्थानों पर किए गए स्थाई और अस्थाई अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही शुरू की गई है. इस कार्यवाही के दौरान नगर परिषद द्वारा शहर के नई आबादी और पाला पुल के पास किए गए अतिक्रमण को हटाया गया.
दुकान टूटते ही बदहवास हुई महिला
वहीं सड़क पर बैठे सब्जी विक्रेताओं को भी वहां से हटाया गया. इस दौरान सड़क पर अतिक्रमण कर बैठे व्यापारियों ने काफी विरोध किया. इस दौरान एक महिला व्यापारी जेसीबी के सामने लेट गई और जब अतिक्रमण टीम द्वारा कार्यवाही से जब उसकी दुकान को तोड़ा गया तो वह बदहवास हो गई. जिस पर लोगों ने उसको संभाला.
कार्रवाई बदस्तूर जारी रहेगी
इसको लेकर व्यापारी वर्ग ने नगर परिषद के खिलाफ आक्रोश जताते हुए कहा कि वह जानबूझकर हमको परेशान कर रहे हैं, जबकि उन्होंने किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया है. व्यापारियों के विरोध के बावजूद नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई बदस्तूर जारी रही.
अतिक्रमण को लेकर संभागीय आयुक्त सख्त
संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने बताया कि कई बार इस तरह की शिकायत आ रही थी कि नगर परिषद क्षेत्र में लोगों को आवाजाही में दिक्कत आ रही है. लोगों ने स्थायी और अस्थायी प्रकृति के कई अतिक्रमण कर रखे थे. उन्हें हटाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस और नगर परिषद की ओर से मिल कर यह अभियान शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण करने वालों को पूर्व में ही चेतावन दे दी गई है कि वह स्वत: ही हटा लें अन्यथा नगर परिषद कार्रवाई करेगी.
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