Pushkar Mela 2025: पुष्कर मेला 2025 में गुरुवार का दिन ऐतिहासिक सांस्कृतिक उपलब्धि का गवाह बना. मेले के मुख्य मैदान में 106 देसी और विदेशी कलाकारों की टीम ने एक साथ नगाड़ा वादन कर अनोखी सांस्कृतिक झंकार बिखेरी. जिसने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. नगाड़ों की इस गूंज ने आयोजन को राजस्थान की लोक संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दी.
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने की जांच शुरू
इस कार्यक्रम के बाद इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (India Book of Record) की टीम ने प्रारंभिक तौर पर इस अद्भुत प्रस्तुति को अपने रिकॉर्ड में “प्रथम दृष्ट्या” दर्ज कर लिया है. अब टीम इस बात की पुष्टि के लिए जानकारी जुटा रही है कि क्या इतनी बड़ी संख्या में देसी और विदेशी कलाकारों का एक साथ नगाड़ा वादन का ऐसा कोई आयोजन पहले कभी दर्ज हुआ है या नहीं. यदि यह रिकॉर्ड में नया पाया जाता है, तो पुष्कर का यह ऐतिहासिक आयोजन आधिकारिक रूप से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगा, जो पुष्कर और भारत के लिए एक गौरव का क्षण होगा.
नागपुर लाल सोलंकी की टीम ने दी है प्रस्तुति
इस सामूहिक प्रस्तुति का नेतृत्व प्रसिद्ध लोक नगाड़ा वादक नागपुर लाल सोलंकी ने किया. समारोह में उपस्थित अजमेर की एडीएम ज्योति कंकवानी ने सोलंकी और उनकी टीम की प्रशंसा की और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से उन्हें सम्मानित किया.
 एडीएम ने इस मनमोहक प्रसतुति को लेकर कहा कि पुष्कर मेला देश-विदेश में लोक परंपरा और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बन गया है. देसी कलाकारों के साथ विदेशी प्रतिभागियों का समन्वय दर्शाता है कि संगीत किसी भाषा या सीमा का मोहताज नहीं होता.
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