
Qasim arrested on charges of working for ISI: पाकिस्तानी के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार कासिम के गांव में NDTV की टीम पहुंची. डीग जिले के पहाड़ी थाने के गांव गंगौरा में कासिम के घर पहुंची. इस मामले पर परिवार वालों से जानकारी जुटाने की कोशिश की तो कोई भी परिवार का व्यक्ति और पड़ोसी कुछ भी कहने को तैयार नहीं था. उन्होंने कैमरे के सामने आने से इनकार कर दिया. गांव के सरपंच भी बिना कुछ बोले ही चले गए. हालांकि कुछ ग्रामीणों जरूर बताया कि कासिम हाल ही में पाकिस्तान गया था. वह तांत्रिक विद्या और नक्श वाजि बनाने का काम करता है. उसको 23 मई को IB की टीम जयपुर ले गई थी. अब उसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ले गई है.
स्थानीय पुलिस के पास भी नहीं है अपडेट
पहाड़ी थाना अधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया, "23 मई को IB की टीम कासिम को डिटेन करके ले गई थी. उससे पूछताछ की गई थी. फिर उसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम डिटेन करके ले गई है. इसके अलावा हमारे पास और जानकारी नहीं है. जो भी अपडेट मिलेगी, उसे शेयर किया जाएगा."
ISI के लिए काम करने का है आरोप
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कल (29 मई) को कासिम को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहा था. पुलिस को पिछले साल सितंबर 2024 में जानकारी मिली थी कि कुछ भारतीय मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के ऑपरेटिव्स भारत में जासूसी के लिए कर रहे हैं. ये सिम कार्ड भारत से पाकिस्तान भेजे जा रहे थे और इन्हीं नंबरों के जरिए व्हाट्सएप पर भारतीय लोगों से संपर्क कर गोपनीय जानकारी ली जा रही थी. इसी दौरान जांच में कासिम का भी नाम सामने आया.
खुफिया एजेंसी के लोगों से भी मिला था कासिम
पड़ताल में सामने आया कि वह 2 बार पाकिस्तान जा चुका है. पहली बार अगस्त 2024 और दूसरी बार मार्च 2025 में. वहां वो करीब 90 दिन तक रुका और इस दौरान उसकी मुलाकात पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लोगों से भी हुई.
रैकेट का पर्दाफाश करने में जुटी स्पेशल सेल
इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और फिलहाल कासिम पुलिस रिमांड में है. स्पेशल सेल की टीम अब उससे पूछताछ कर रही है. ताकि इस जासूसी रैकेट में शामिल बाकी लोगों का भी पर्दाफाश किया जा सके.
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