Rajasthan News: देश की पश्चिमी सरहद पर बसे जैसलमेर में रहने वाले 20 पाक विस्थापित शरणार्थियों को शुक्रवार को भारतीय कहलाने का हक मिला गया. जैसलमेर के जिला कलेक्ट्रेट स्थित डीआरडीए हॉल में शुक्रवार शाम को जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने 20 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रमाण-पत्र प्रदान किए. भारतीय नागरिक बनने पर तमाम विस्थापितों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था.
भारतीय नागरिक बनने के बाद खुशी जाहिर करते हुए पाक विस्थापितों ने बताया कि वे भारतीय नागरिक बनने पर बेहद खुश हैं,उन्होंने इस खुशी को मिठाई बांट और एक दूसरे को माला पहना कर बधाई दी. अपना घर बार परिवार, व्यापार कारोबार सब कुछ छोड़कर एक दशक से ज्यादा समय पहले अपने वतन आए इन 20 विस्थापितों का संघर्ष आज जाकर थमा है.
'आज मुझे नया जन्म मिला'
भारत की नागरिकता पाने वाले भगवान सिंह ने बताया कि वह करीब 11 साल पहले 2013 पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आए थे. यहां आने के बाद वतन लौटने की खुशी थी, लेकिन सुविधाओं का अभाव भी था. भगवान सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है और भारत माता की जयकार लगाई. साथ ही कहा कि अब आज मुझे नया जन्म मिला है.
वही नागरिकता मिलने के बाद रिनमल ने कहा भारत आने के बाद बच्चे पढ़ रहे थे. आगे की पढ़ाई के लिए डॉक्यूमेंट मांगे जाते थे. लेकिन अब नागरिकता मिल गई है तो बच्चे पढ़ लिखकर अच्छे इंसान बनेगे. मुझे बहुत खुशी हो रही है.
20 पाक विस्थापितों कों मिली नागरिकता
जिला कलक्टर प्रताप सिंह नाथावत ने आज रेशमराम, पठानी, नैनो, भगवानाराम, श्रवण राम, पीना, जीमण, सेठी, पूरन, जीजन, खालूजी, नाजिया, सुमारिया, जलाल, शकीना, रिनमल, नजीर, मातली, भगवान सिंह और सुगना को भारतीय नागरिकता प्रमाण -पत्र प्रदान किए.जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने पाक विस्थापितो को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान करने के उपरांत भारतीय नागरिकता मिलने पर बधाई दी.
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