Rajasthan News: राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ही दल अपनी-अपनी रणनीति को लेकर तैयारी में जुटे हैं. एक और जहां कांग्रेस लगातार सरकार रिपीट करने की बात कह रही है, तो भाजपा उसकी प्रतिक्रिया में कांग्रेस को डिलीट करने की बात कहती दिखाई दे रही है. हालांकि अंतिम फैसला जनता को करना है. लेकिन फिलहाल राजस्थान का राजनीतिक पारा गरमाया हुआ है.
13 जिलों के नेताओं से संवाद
कांग्रेस लंबे समय से ERCP (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग) का मुद्दा उठाती आई है और अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस रणनीति बना रही है. आगामी चुनाव से पहले कांग्रेस पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों से जुड़ी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर यात्रा निकालने वाली है और इस यात्रा का नेतृत्व खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) करेंगे. इसके लिए आज कांग्रेस वॉर रूम में इन 13 जिलों से जुड़े नेताओं से संवाद किया जाएगा, जहां इस यात्रा का रोड मैप तैयार होगा.
BJP को घेरने की रणनीति
इस यात्रा में गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट सहित तमाम बड़े नेता साथ चलेंगे. इस यात्रा के माध्यम से पूर्वी राजस्थान की विधानसभा सीटों पर भाजपा को घेरने का प्रयास रहेगा. वहीं कांग्रेस पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की बड़ी सभाएं कराने की तैयारी भी करेगी. कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 2 साल पहले अपनी सभाओं में पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को ईआरसीपी से जोड़ने का वादा किया था, लेकिन उसे अब तक पूरा नहीं किया. कांग्रेस सरकार का कहना है कि यदि केंद्र सरकार इसे लागू नहीं करती है, तो हम इस परियोजना को शुरू करेंगे.
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