राजस्थानः प्रत्याशियों की पहली लिस्ट आते ही भाजपा में घमासान, विरोध में उतरे नेता-कार्यकर्ता, प्रदेश प्रभारी दिल्ली रवाना

Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को 41 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट के जारी होने के बाद भाजपा में घमासान मचा है. जगह-जगह पार्टी के पुराने नेता और कार्यकर्ता विरोध में उतर आए हैं. इस घमासान के बीच भाजपा के राजस्थान प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह को दिल्ली बुलाया गया है.

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भाजपा की पहली लिस्ट जारी होने के बाद झुंझुनूं में विरोध की रणनीति बनाते भाजपा नेता व कार्यकर्ता.

Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद भाजपा में घमासान मचा है. जगह-जगह पार्टी के पुराने नेता और कार्यकर्ता बगावती तेवर अपना चुके हैं. पार्टी द्वारा टिकट वितरण में अनदेखी का आरोप लगाते हुए विरोध की रणनीति बनाई जा रही है. मालूम हो कि राज्य में चुनाव की घोषणा होने के कुछ ही घंटों बाद भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट में 41 नाम शामिल हैं, जिसमें सात सांसदों को भी विधानसभा के चुनावी मैदान में उतारा गया है.

इन 41 विधानसभा सीटों में से 29 सीटों पर पुराने उम्मीदवारों के टिकट काट दिए गए हैं. इससे पार्टी में भयंकर बवाल मचा है. जगह-जगह पार्टी के पुराने नेता और कार्यकर्ता विरोध में उतर आए हैं. इस घमासान के बीच भाजपा के राजस्थान प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह को दिल्ली बुलाया गया है.

 

कोटपूतली, झोटावड़ा सहित इन सीटों पर विरोध

कोटपूतली, झोटवाड़ा, देवली-उनियारा, किशनगढ़, नगर और बानसूर के बाद अब झुंझुनूं में भी भाजपा द्वारा घोषित पहली लिस्ट का विरोध शुरू हो गया है. मंगलवार को झुंझुनूं में भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवं टिकट के दावेदार राजेंद्र भांबू के निवास पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी इकट्ठा हुए. जिन्होंने भाजपा की टिकट का विरोध किया. 

झुंझुनूं में राजेंद्र भांबू को टिकट नहीं मिलने से नाराजगी
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि राजेंद्र भांबू ने पिछले चुनाव के बाद लगातार पांच साल तक विधानसभा क्षेत्र की सेवा की. यही नहीं हर कार्यकर्ता के मान-सम्मान के लिए खड़े रहे. बावजूद उन्हें टिकट नहीं दिया गया. जो सही नहीं है. राजेंद्र भांबू ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग है कि 12 अक्टूबर को एक बड़ी बैठक की जाए और उसमें विधानसभा क्षेत्र के हर गांव और ढाणी व हर शहर व वार्ड से कार्यकर्ताओं को बुलाया जाए. जिनसे चर्चा कर आगामी निर्णय लिया जाएगा. 

इस मौके पर भांबू ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की लाइन का उल्लेख करते हुए कहा कि पंडित उपाध्याय ने कहा था कि जब संगठन से कुछ गलत हो जाए तो कार्यकर्ता का फर्ज बनता है कि वह उसे सही करें. इसलिए वो इसी दिशा में कदम उठाएंगे. भांबू ने निषित चौधरी बबलू पर कई गंभीर आरोप भी जड़े. इस मौके पर बड़ी संख्या में ​झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और भाजपा पदाधिकारी कार्यकर्ता मौजूद थे.

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झोटावाड़ा में आशु सिंह के नेतृत्व में चल रही विरोध की तैयारी

झोटावाड़ा विधानसभा से भी भाजपा में गतिरोध की खबर सामने आई है. यहां भाजपा नेता आशु सिंह सुरपुरा टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. वो कार्यकर्ताओं के साथ बड़े विरोध-प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार 14 तारीख को करीब 30000 कार्यकर्ता सुरपुरा के नेतृत्व में भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे. जहां आशु सिंह सुरपुरा को टिकट न मिलने से नाराज कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे. झोटवाड़ा की 42 ग्राम पंचायत के कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय का घेराव करेंगे.

जयपुर से मुबारिक खान की रिपोर्ट

भाजपा की पहली लिस्ट जारी होने के बाद इन सीटों पर विरोध
- तिजारा विधान सभा - पूर्व विधायक मामन यादव 
- झोटवाड़ा विधान सभा - पूर्व मंत्री राजपाल शेखावत और आशूसिंह सूरपुरा
- कोटपूतली विधान सभा - यादराम जांगल
- देवली-उनियारा विधान सभा- राजेन्द्र गुर्जर
- किशनगढ़ विधान सभा - विकास चौधरी
- नगर विधान सभा - पूर्व विधायक अनिता सिंह गुर्जर
- बानसूर विधान सभा - पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा 
- सांचौर विधान सभा - दानाराम चौधरी और पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी
- झुंझुनूं विधान सभा - राजेंद्र भांबू
 

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