Rajasthan News: राजस्थान के बारां जिले में आकेडी गांव की घटना ने राजनीतिक हलचल मचा दी है. 20 दिसंबर को हुए झगड़े के बाद स्थिति और बिगड़ गई. पूर्व सरपंच तोलाराम की गाड़ी को आग लगाने और उनके घर पर हमले की शिकायत पर कांग्रेस ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है. पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस ने तोलाराम उनके दोनों बेटों समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया लेकिन हमलावरों को छोड़ दिया.
कांग्रेस का एसपी कार्यालय पर जोरदार धरना
आज बारां पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर कांग्रेस जिला कमेटी ने बड़ा प्रदर्शन किया. अंता विधायक और पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ने नेतृत्व किया. उन्होंने नरेश मीणा पर सीधे मारपीट और हिंसा भड़काने के गंभीर इल्जाम लगाए. भाया ने कहा कि आकेडी में तोलाराम के परिवार पर हमला करने वाले लोगों की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए.
उन्होंने बिना नाम लिए बताया कि एसपी कार्यालय पर पहले धरना देने वाले वही तत्व हैं जो गांव में हिंसा फैला रहे हैं. भाया ने चेतावनी दी कि अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो सात दिन बाद कांग्रेस बड़ा आंदोलन छेड़ेगी.
जंगल राज का आरोप, न्याय की मांग
प्रमोद जैन भाया ने बारां में कानून व्यवस्था की हालत को जंगल राज करार दिया. उन्होंने कहा कि यहां कोई नियम-कानून नहीं बचा. सरकार और पुलिस को ऐसे असामाजिक तत्वों पर नकेल कसनी होगी. कांग्रेस ने तोलाराम के परिवार को न्याय दिलाने की जोरदार मांग की. पार्टी का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई निष्पक्ष होनी चाहिए ताकि गांव में शांति बहाल हो सके.
कार्यकर्ताओं में जमकर रोष
धरने में कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामचरण मीणा पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल पीसीसी सचिव धर्मराज मेहरा और हंसराज मीणा जैसे दिग्गज नेता मौजूद रहे. सैकड़ों कार्यकर्ता भी शामिल हुए जिनमें घटना को लेकर गहरा गुस्सा दिखा. यह प्रदर्शन बारां की राजनीति में नई उथल-पुथल का संकेत दे रहा है जहां सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है.
यह भी पढ़ें- Jaipur News: जयपुर की ऐतिहासिक चारदीवारी में अब नहीं चलेंगे ई-रिक्शा, लेकिन आई नई मुसीबत