E-rickshaws Ban within Jaipur's historic walled city: जयपुर के ऐतिहासिक परकोटे क्षेत्र में अब ई-रिक्शा की चारदीवारी में एंट्री पर पूर्ण प्रतिबंध लग गया है. पर्यटन सीजन को देखते हुए लिया गया यह कदम भीड़-भाड़ और ट्रैफिक जाम को कम करने तथा पैदल यात्रियों और पर्यटकों को राहत देने के उद्देश्य से लागू किया गया है.
परकोटे की चारदीवारी के भीतर शनिवार से ही ई-रिक्शा की एंट्री बंद कर दी गई है, जिससे लगभग 9 हजार ई-रिक्शा अब इस ऐतिहासिक क्षेत्र में नहीं आ पाएंगी. बैन लगते ही पहले दिन से ही सड़कों पर वाहनों को रफ्तार मिली. जहां पहले वाहन रेंगते रहते थे, वहां अब वे 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलते नजर आए. छोटी चौपड़ जैसी तंग गलियां भी खुली-खुली दिखाई दीं.
प्रतिबंध 20 दिसंबर से शुरू होकर 10 जनवरी तक रहेगा
यह प्रतिबंध 20 दिसंबर से शुरू होकर 10 जनवरी तक रहेगा. इस दौरान आमेर और चारदीवारी क्षेत्र में ई-रिक्शा और अन्य अवैध वाहनों पर पूरी तरह रोक रहेगी. स्लो मूविंग और हल्के मालवाहक वाहनों की एंट्री सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक बैन रहेगी.
ऑटो चालकों की मनमानी भी सामने आ रही है
पर्यटक बसों को सांगानेरी गेट से अंदर आने की अनुमति होगी, लेकिन उन्हें रामगढ़ मोड़ से बाहर निकाला जाएगा. इस बीच, ई-रिक्शा बंद होने के बाद ऑटो चालकों की मनमानी भी सामने आ रही है. यात्रियों का आरोप है कि बड़ी चौपड़ से छोटी चौपड़ के बीच तय किराए से ज्यादा वसूली की जा रही है और छोटे सफर के लिए 50 रुपये तक लिए जा रहे हैं.
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