Rajasthan Borewell Accident: राजस्थान के अलग-अलग जिलों से बोरवेल हादसों की खबर सामने आती रहती है. अभी बीते दिनों दौसा में एक बच्चा बोरवेल में गिरकर मर गया था. बच्चे को बचाने के लिए 50 घंटे से भी अधिक समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था. लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका. दौसा की घटना के बाद वहां के कलक्टर ने पूरे जिले में खुले पड़े बोरवेल को बंद कराने का आदेश जारी किया था. अभी दौसा के बोरवेल पर सख्ती हो ही रही थी कि कोटपूतली बहरोड़ ज़िले से एक और बोरवेल हादसा सामने आ गया.
कोटपूतली जिले में तीन साल की बच्ची बोरवेल में गिरी
कोटपूतली के सरुण्ड थाना क्षेत्र में कीरतपुरा गांव में तीन साल की बच्ची चेतना बोरवेल में गिर गई है. जिसे बचाने के प्रयास जारी हैं. लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आ रही बोरवेल हादसों की खबर के बाद अब पुलिस ने सख्त कदम उठाया है.
प्रदेश में लगातार आ रहे बोरवेल हादसे की खबर
दरअसल राजस्थान में बोरवेल में छोटे बच्चों की गिरने की घटना सामने लगातार आ रही हैं. उनके रेस्क्यू के लिए NDRF और SDRF के साथ राजस्थान पुलिस, RAC अन्य फोर्स के मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया जाता है. ईश्वर की कृपा रहने से कभी-कभी सुरक्षित बच्चों को बाहर भी निकला है. कई बार बच्चों की मृत्यु भी सामने आती है.
भरतपुर आईजी बोले- बोरवेल खुला छोड़ने पर पुलिस करेगी एक्शन
इसी बात को लेकर भरतपुर आईजी राहुल प्रकाश ने कहा कि यह एक बड़ा गंभीर मुद्दा है. इसे लेकर के सभी लोगों को मेरी यही सलाह है आप जब भी बोरवेल खोदते हैं तो इस बात का इंतजाम जरूर करें इसमें कोई पशु और बच्चा नहीं गिरे. उसे ढकने और सुरक्षित रखने की व्यवस्था साथ-साथ की जाए. जो लोग इस तरह की लापरवाही बरत रहे हैं उनके खिलाफ पुलिस कठोर कार्रवाई करेगी.
एसपी को आदेश- खुले बोरवेल करवाएं बंद
भरतपुर आईजी के आदेश पर रेंज के सभी एसपी को कहा गया है कि आपका संबंधित थाना अधिकारी को निर्देश देकर के जो भी आसपास बोरवेल खुले पड़े हैं, उनको बंद करवाया जाए. साथ ही लोगों को बोरवेल बंद करने के लिए जागरूक भी करें. जो गांव के पटवारी हैं उनको भी मेरी सलाह है वह भी लोगों को जागरूक करें.
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