Rajasthan Politics: राजस्थान में हो रहे विधानसभा उप चुनाव के लिए कांग्रेस की देर रात सूची जारी हुई. लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता और सीडब्यलूसी के पूर्व सदस्य रघुवीर मीणा (Raghuveer Meena) को झटका लगा है. टिकट घोषित होने से पहले तक उनकी दावेदारी मजबूत बताई जा रही थी. वहीं, पार्टी ने सलूम्बर (Salumber) विधानसभा सीट में रेशमा मीणा पर भरोसा जताया है. जैसे ही रेशमा मीणा को टिकट मिलने की खबर आई, वैसे ही कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी के विरोध में बिगुल बज गया. टिकट वितरण के कुछ ही देर में विरोध होने लगा.
पार्टी को हराने वाले को टिकट देकर दिया इनाम- कांग्रेस नेता
सराड़ा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गणेश चौधरी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखकर इस्तीफा भेज दिया. इस्तीफे में लिखा कि पूर्व में रघुवीर सिंह मीणा को हराने का काम किया उसी को पार्टी ने टिकट दिया है. ऐसे में हम पार्टी का साथ नहीं दे सकते और इस्तीफा देता हूं. यह पत्र अब क्षेत्र में जबरदस्त वायरल हो रहा है. वही, इस पत्र में यह भी जिक्र किया गया है कि पार्टी को लगातार तीन बार हराने का काम किया है, उनको पार्टी ने टिकट देकर इनाम दिया है. चौधरी ने कहा कि निष्ठावान कार्यकर्ताओं को इस बात से ठेस पहुंची है. हालांकि अभी तक इस पूरे मामलें पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघुवीर मीणा का कोई बयान सामने नही आया है.
बागी हुईं तो पार्टी ने किया था निलंबित
रेशमा मीणा सराड़ा की प्रधान रह चुकी है. रेशमा मीणा को सलूंबर विधानसभा से विधायक का टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस के बागी के रूप में निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उनकी हार हुई थी. चुनाव के बाद रेशमा मीणा को कांग्रेस से निलंबित किया गया था. कुछ समय बाद तत्कालीन प्रभारी मंत्री रामलाल जाट ने रेशमा मीणा को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करवाई.
जानिए कांग्रेस प्रत्याशी रेशमा मीणा का राजनीतिक सफर
रेशमा मीणा 2005 से 2010 तक महिला आरक्षित पद से प्रधान और 2010 से 2015 तक सामान्य सीट से प्रधान रहीं. पंचायत समिति सदस्य रहने के अलावा वह प्रदेश महिला इन्टक की वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उदयपुर देहात महिला कांग्रेस महामंत्री और राजीव गांधी पंचायती राज संगठन उदयपुर की जिला वर्किंग कमेटी की सदस्य भी रहीं.
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