'मोदी जी का मालासेरी वाला ₹21 का लिफ़ाफ़ा फिर याद आ गया..' एक गुर्जर मंत्री बनाए जाने पर अशोक चांदना का तंज

मंत्रिमंडल में गुर्जर समुदाय से सिर्फ एक मंत्री बना है. अशोक चांदना भी गुर्जर हैं, ऐसे में उन्होंने यह तंज गुर्जर समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व न देने पर किया है. इस चुनाव में ऐसी भी खबरें आईं थीं कि, गुर्जर समुदाय सचिन पायलट को मुख्यमंत्री न बनाये जाने की वजह से नराज था और इस चुनाव में गुर्जरों ने भाजपा को वोट दिया था. 

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अशोक चांदना (फाइल फोटो)

Rajasthan Cabinet Expansion: 15 दिनों बाद आखिर राजस्थान में भजनलाल (Rajasthan CM Bhajan Lal Sharma) सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा हो ही गई. शनिवार 3 बजे राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंत्रियों को शपथ दिलवाई. कुल 22 मंत्रियों ने शपथ ली, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा और दीया कुमारी (Diya Kumari)15 दिसंबर को पहले ही शपथ ले चुके थे.आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरणों का ध्यान रखा है.

मंत्रिमंडल में 4 जाट, 3 राजपूत, 3 अनुसूचित जाति के मंत्री बनाए गए हैं. उसके अलावा अन्य जातियों को भी जगह दी गई है. इस दौरान कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने मंत्रिमंडल पर तंज़ करते हुए उसे मोदी के देवनारायण मंदिर में चढ़ाए गए 21 रुपए के लिफाफे की संज्ञा दे दी. 

सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर चांदना ने लिखा, 'आज भारतीय जनता पार्टी के मंत्रिमंडल की बनावट को देखकर मोदी जी का मालासेरी डूंगरी वाला ₹21 का लिफ़ाफ़ा फिर याद आ गया'. मालूम हो कि मंत्रिमंडल में सिर्फ एक गुर्जर समुदाय से मंत्री बना है. अशोक चांदना भी गुर्जर हैं, ऐसे में उन्होंने यह तंज गुर्जर समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व नहीं देने पर किया है. इस चुनाव में ऐसी भी खबरें आईं थीं कि, गुर्जर समुदाय सचिन पायलट को मुख्यमंत्री न बनाये जाने की वजह से नराज था और इस चुनाव में गुर्जरों ने भाजपा को वोट दिया था. 

लोकसभा चुनाव के लिए खेला बड़ा दांव

अब देश लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा है. सभी राजनीतिक दल भी आम चुनाव को ध्यान में रखकर अपनी रणनीति बना रही है. भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान के मंत्रिमंडल के गठन के जरिए सभी वर्गों को साधने की कोशिश की है. ओबीसी वोटरों को साथ रखने की पूरी कोशिश की है. कार्यकर्ताओं को भी संदेश दिया गया है कि किसी भी प्रकार की खेमेबाजी में शामिल होने से कोई भलाई नहीं है. पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को उचित समय पर उचित स्थान दिया जाएगा. 

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मोदी ने दान पात्र में डाला था 21 रुपए का लिफाफा !

इस साल के शुरुआत में  28 जनवरी को प्रधानमंत्री गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान देवनारायण की मालासेरी डूंगरी में दर्शन करने के लिए गए थे, जहां कथित रूप से उन्होंने दान पत्र में कुछ रुपए डाले थे. बाद में 9 महीने बाद 25 सितंबर को यह लिफाफा खोला गया था, वहां पुजारी के मुताबिक PM मोदी ने लिफाफे में 21 रुपए डाले गए थे. 

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