
Rajasthan Politics: राजस्थान के दौसा जिले में कांग्रेस विधायक डीसी बैरवा द्वारा ब्राह्मण समाज और मंदिरों को लेकर दिए गए बयान पर अब उनकी ही पार्टी के नेता ने विरोध जताया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसान कांग्रेेस पार्षद पंडित करण शर्मा ने विधायक पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने ब्राह्मण समाज को सीधे तौर पर निशाना बनाया है. ऐसे विधायक को अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए.
"खुद देवदर्शन यात्रा निकालकर चुनाव जीता"
पंडित करण शर्मा ने कहा कि चुनाव के समय खुद देवदर्शन यात्रा निकालकर चुनाव जीता, और अब उन्हीं मंदिरों के खिलाफ बयान दे रहे हैं, जिन्होंने हमेशा सनातन धर्म की रक्षा की है. शर्मा परशुराम शोभायात्रा की तैयारी को लेकर आयोजित राजस्थान ब्राह्मण महासभा की बैठक में बोल रहे थे.
"मंदिराें में कुछ नहीं रखा"
12 अप्रैल 2025 को दौसा जिले के बैजूपाड़ा के ढीगाड़िया कपूर गांव में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल हुए विधायक डीसी बैरवा ने कहा था कि "मंदिरों में कुछ नहीं रखा है, शिक्षा पर ध्यान दो. " उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.
"हमारे समाज में लोग कुरीतियों में डूबे हैं"
विधायक बैरवा ने कार्यक्रम में कहा था, "आज हमारे समाज में लोग कुरीतियों में डूबे हैं. लोग मंदिरों में पैसा लगाते हैं, जबकि शिक्षा में निवेश करना चाहिए. मूर्ति की पूजा करो, फूल चढ़ाओ, लेकिन संविधान भी पढ़ो. " उन्होंने आगे कहा, "आजकल गांवों में भागवत होती हैं और उनसे उगाही की जाती है. पांच लाख रुपये इकट्ठा होते हैं, लेकिन कोई अपनी बहन-बेटी की शादी के लिए पांच रुपये नहीं देता. मंदिरों में पैसा देने से बेहतर है कि अपनी बेटियों को पढ़ाओ और उन्हें शिक्षित बनाओ. "
विवाद बढ़ा तो डीसी बैरवा ने दी सफाई
बयान पर विवाद बढ़ने के बाद विधायक डीसी बैरवा ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने सिर्फ शिक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही थी, न कि मंदिरों या किसी धर्म के विरोध में कुछ कहा. विधायक ने बताया कि उनके घर में भी बालाजी का मंदिर है और वे हर महीने अपनी कुलदेवी पपलाज माता के दर्शन के लिए जाते हैं. वे स्वयं भगवान में आस्था रखते हैं और किसी भी धर्म या मंदिर के विरोधी नहीं हैं.
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