
Rajasthan News: राजस्थान में फर्स्ट ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. अभ्यर्थी परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने, ओबीसी/एमबीसी के लिए फॉर्म दोबारा खोलने और भर्ती में पदों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. गुरुवार को जयपुर के पिंक सिटी प्रेस क्लब में अभ्यर्थियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी.
परीक्षा तारीख में टकराव, छात्र परेशान
फर्स्ट ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 23 जून से 4 जुलाई तक होनी है.इसी दौरान 21 से 30 जून तक यूजीसी नेट की परीक्षा भी है. दोनों परीक्षाओं की तारीखें टकराने से छात्र असमंजस में हैं कि कौन सी परीक्षा दें और कौन सी छोड़ें. अभ्यर्थियों ने मांग की है कि परीक्षा को तीन महीने आगे बढ़ाया जाए ताकि वे बेहतर तैयारी कर सकें.
पदों की संख्या बढ़ाने की मांग
राजस्थान युवाशक्ति एकीकृत महासंघ के मनोज मीना ने कहा कि सरकार ने फर्स्ट ग्रेड भर्ती में 3000 पद बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन केवल 1100 पद बढ़ाए गए. यह फैसला लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा है.
साथ ही ओबीसी/एमबीसी वर्ग के लिए कुछ विषयों में केवल 0 या 2 पद हैं, जिसके चलते कई अभ्यर्थियों ने फॉर्म नहीं भरा. अब पद बढ़ाने की बात हो रही है, इसलिए फॉर्म दोबारा खोलने की मांग उठ रही है.
बीएड-एमए छात्रों के साथ अन्याय
अभ्यर्थियों का कहना है कि बीएड और एमए फाइनल ईयर के छात्रों को अपीयरिंग के आधार पर फॉर्म भरने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब उन्हें परीक्षा में बैठने से रोका जा रहा है. यह नियम छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है.
आंदोलन की तैयारी
अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो वे चरणबद्ध आंदोलन करेंगे. 6 जून को “जनप्रतिनिधियों को चिट्ठी लिखो” अभियान शुरू होगा. 7 जून को “अधिकारियों को पकड़ो” और 8 जून को “नेताओं को पकड़ो” अभियान चलाया जाएगा. अभ्यर्थी पारदर्शिता और 3000 से अधिक पदों की मांग को लेकर एकजुट हैं.
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