Rajasthan News: राजस्थान की अरावली पहाड़ियों में फैले अवैध खनन को रोकने के लिए सरकार ने बड़ा अभियान शुरू किया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आदेश पर 29 दिसंबर से 20 जिलों में संयुक्त जांच टीमें सक्रिय हैं. इन टीमों ने सिर्फ दो दिनों में अवैध गतिविधियों पर कड़ी चोट की है. अब तक 155 से ज्यादा मामलों में कार्रवाई हो चुकी है जिसमें 12 एक्सक्वेटर जेसीबी और क्रेन समेत 137 डंपर तथा ट्रैक्टर जब्त किए गए.
साथ ही 7028 टन से अधिक अवैध खनिज सामग्री कब्जे में ली गई और करीब 30 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया. अभियान में 14 एफआईआर दर्ज हुईं और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. प्रमुख सचिव माइंस टी रविकान्त ने बताया कि यह अभियान पर्यावरण बचाने और कानून लागू करने के लिए जरूरी है.
अलवर और टोंक में निजी कंपनियों पर नकेल
अलवर के पलियाना इलाके में सिक्सलेन सड़क बना रही एक प्राइवेट कंपनी अवैध मिट्टी खनन में पकड़ी गई. जयपुर के इंजीनियर एनएस शक्तावत की टीम ने छापा मारकर 73 लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया.
इसी तरह टोंक जिले में रेलवे ट्रैक बनाने वाली कंपनी पर हाथ डाला गया जहां एक एक्सक्वेटर और चार डंपर जब्त हुए. ये कार्रवाईयां दिखाती हैं कि बड़े प्रोजेक्ट्स भी नियमों से ऊपर नहीं हैं.
नागौर और जोधपुर में ड्रोन से निगरानी
नागौर में इंजीनियर जय गोदारा की टीम ने रियांबड़ी में दो ट्रैक्टरों से बजरी का अवैध परिवहन रोका और खींवसर में दो डंपरों से चेजा पत्थर पकड़ा. यहां साढ़े तीन लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया.
जोधपुर के बड़ली क्षेत्र में सैंडस्टोन की 40 हेक्टेयर खदान में डॉ देवेंद्र गोड़ की टीम ने ड्रोन से सर्वे किया ताकि कोई कोना छूट न जाए. यह तकनीक अभियान को और मजबूत बना रही है.
जयपुर उदयपुर और अन्य जिलों में रिकॉर्ड कार्रवाई
जयपुर में इंजीनियर श्याम कापड़ी की टीम सबसे आगे रही जिसने 27 छापों में दो एक्सक्वेटर समेत 27 वाहन जब्त किए और चार एफआईआर दर्ज कराईं. उदयपुर टीम ने चार एक्सक्वेटर एक वाहन और 4167 टन अवैध खनिज पकड़ा.
भीलवाड़ा में महेश शर्मा और पाली में खनन टीमों ने 16-16 कार्रवाई कीं. अजमेर तथा ब्यावर में 10-10 छापों से पांच और 11 वाहन जब्त हुए साथ ही छह लाख रुपये से अधिक जुर्माना इकट्ठा किया गया.
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