राजस्थान: भांजे की शादी में भरा 1.31 करोड़ रुपए का मायरा, 21 लाख नकद, 28 तोला सोना, 75 लाख का प्लॉट

Nagaur Mayra Ritual: राजस्थान में शादी के दौरान मायरा भरने की प्रथा है. इसमें ननिहाल पक्ष से पैसा, जेवरात, जमीन सहित अन्य कीमती सामान उपहार स्वरूप दिए जाते हैं. नागौर जिले में सोमवार को हुई एक शादी में 1.31 करोड़ रुपए का मायरा भरा गया है.

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भांजे की शादी में 1.31 करोड़ का मायरा भरते ननिहाल पक्ष के लोग.

Nagaur Mayra Ritual: शादी में मायरे के लिए प्रचलित राजस्थान का नागौर जिला एक बार फिर से चर्चा में है. यहां एक किसान भाई ने अपने भांजे की शादी में एक करोड़ 31 लाख रुपए खर्च किए. मामा जब थाली में कैश लेकर पहुंचा तो सभी देखते रह गए. इतना ही नहीं मामा ने मायरे में गिफ्ट के तौर पर 28 लाख का सोना, कार और अन्य सामान भी दिए. मामला जिले के नागौर जिले के खींवसर क्षेत्र के धारणावास गांव का है. दरअसल, इस गांव के रामकरण मुंडेल और मंजू देवी के बेटे जितेंद्र की शादी सोमवार को नागड़ी गांव की पूजा से हुई थी. 

600  लोगों के काफिले के साथ भात भरने पहुंचे थे मामा
इस दौरान जितेंद्र के मामा और मंजू देवी के भाई हनुमानराम सियाग करोड़ों रुपए का मायरा लेकर पहुंचे. हनुमानराम जोधपुर के चटालिया गांव के रहने वाले हैं. हनुमानराम चटालिया गांव से सोमवार को कारों, जीपो और बसों में 600 लोगों के काफिले के साथ भात भरने धारणावास गांव पहुंचे और अपनी बहन को गोटेदार चुनरी ओढ़ाकर करीब एक करोड़ 31 लाख रुपए का भात भरा. 

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इस भात को देखने के लिए आसपास के गांव के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे. हनुमानराम के इस सम्मान को देख एक बार के लिए उनकी बहन मंजू देवी के आंखों में आंसू आ गए. 

थाली में 21 लाख रुपए कैश रखे गए

दूल्हे जितेंद्र के मामा हनुमानराम खुद थाली सिर पर उठाकर शादी में पहुंचे. इस थाली में 500-500 रुपए के नोटों की गडि्डयां रखी हुई थीं. यहां गांव-समाज लोगों के बीच हनुमानराम ने 21 लाख रुपए नकद के अलावा 28 तोला सोना, 75 लाख कीमत के प्लॉट के कागजात, 15 लाख रुपए की कार और अन्य सामान मंजू देवी के सुपुर्द किया. इतना कुछ देखकर वहां मौजूद लोगों में यह मायरा चर्चा का विषय रहा.

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बता दें कि दूल्हा जितेंद्र कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहा है. जबकि उसका परिवार खेती बाड़ी करता है. मामा हनुमानराम की पत्नी प्रियंका सियाग कजनाऊ ग्राम पंचायत की सरपंच भी हैं.

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क्या होता है मायरा

राजस्थान में बहन के बच्चों की शादी होने पर ननिहाल पक्ष की ओर से मायरा भरा जाता है. इसे सामान्य तौर पर भात भी कहते हैं. इस रस्म में ननिहाल पक्ष की ओर से बहन के बच्चों के लिए कपड़े, गहने, रुपए और अन्य सामान दिए जाते हैं. इसमें बहन के ससुराल पक्ष के लोगों के लिए भी कपड़े और जेवरात आदि होते हैं.

बुजुर्गों का मानना है कि मायरा या भात को राजस्थानी संस्कृति में बहन या बेटी के घर में आयोजित होने वाले सबसे बड़े समारोह के मौके पर आर्थिक संबल देने का विशेष अवसर कहा है.

इससे पहले इसी साल मार्च में नारौर जिले से ही एक और मायरे की खबर सुर्खियों में आई थी. तब नागौर जिले के जायज तहसील में ननिहाल पक्ष ने 81 लाख कैश , 16 बीघा जमीन और 41 लाख का सोना सहित कुल 3.21 करोड़ का मायरा भरा था. 

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