राजस्थान में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज, 25 फरवरी को जारी होगी फाइनल वोटर लिस्ट

1 जनवरी 2026 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवाओं को पंचायत चुनाव में मतदाता के रूप में शामिल किया जाएगा. आयोग ने निर्देश दिया है कि एक बूथ पर 1100 से अधिक वोटर नहीं होंगे.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
राजस्थान में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज

Rajasthan Panchayat Chunav: राजस्थान में राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषदों के चुनाव मार्च 2026 में आयोजित किए जाने की संभावना है. इसके लिए आयोग ने वोटर लिस्ट अपडेट करने का कार्यक्रम जारी कर दिया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिला कलेक्टरों को वोटर लिस्ट अपडेट और पोलिंग बूथ गठन से संबंधित विस्तृत गाइडलाइन भेजी है. इसमें सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें 15 अप्रैल से पहले पंचायत चुनाव करवाने की समय सीमा तय की गई है.

29 जनवरी को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट

आयोग द्वारा जारी टाइम टेबल के अनुसार, 29 जनवरी को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशित होगी. 31 जनवरी को इसे वार्ड और पोलिंग स्टेशनों पर पढ़कर सुनाया जाएगा. 7 फरवरी तक दावे और आपत्तियां दर्ज कराई जा सकेंगी. 8 से 14 फरवरी तक उनका निस्तारण किया जाएगा. 25 फरवरी को फाइनल वोटर लिस्ट जारी की जाएगी. 

आयोग ने स्पष्ट किया कि वे सभी युवा जो 1 जनवरी 2026 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं, उन्हें भी पंचायत चुनाव में मतदाता के रूप में शामिल किया जाएगा. दावे और आपत्तियों की अवधि में ऐसे पात्र युवाओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएंगे. 

एक बूथ पर होंगे 1100 वोटर

पंचायती राज चुनावों के लिए तीन स्तरों पर वोटर लिस्ट तैयार की जाएगी. ग्राम पंचायत स्तर पर वार्डवार वोटर लिस्ट, पंचायत समिति स्तर पर वार्डवार वोटर लिस्ट, जिला परिषद स्तर पर वार्डवार वोटर लिस्ट होगी. आयोग विधानसभा वार तैयार मतदाता सूची के डेटाबेस को स्टेट लेवल एजेंसी के सॉफ्टवेयर से लेकर पंचायत चुनावों के अनुरूप अपडेट करेगा.

इसके लिए 2 जनवरी को जिला अधिकारियों की ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी. आयोग ने निर्देश दिया है कि एक बूथ पर 1100 से अधिक वोटर नहीं होंगे. चूंकि एक वार्ड में औसतन 300 से 400 वोटर होते हैं, इसलिए एक बूथ पर तीन से चार वार्डों के मतदाता मतदान करेंगे. 

Advertisement

मतदाता सूची का भौतिक सत्यापन कार्य 24 जनवरी तक पूरा किया जाएगा. इसके लिए प्रगणक तैनात किए गए हैं जो वार्डवार जांच करेंगे कि वोटर लिस्ट परिसीमन के अनुसार सही है या नहीं. सत्यापन के दौरान यदि किसी मतदाता का नाम गलत वार्ड में पाया गया, तो उसे तुरंत ठीक किया जाएगा. इस प्रक्रिया में नए मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा. 

राज्य निर्वाचन आयोग ने आदेश दिया है कि किन्नर (ट्रांसजेंडर) और सेक्स चेंज करवाने वाले व्यक्ति, यदि चाहें तो अपने लिंग को “थर्ड जेंडर” के रूप में दर्ज करवा सकते हैं. ऐसे वोटर स्वयं की पहचान पुरुष या महिला के रूप में बताने के बजाय थर्ड जेंडर विकल्प चुन सकते हैं.

Advertisement

यह भी पढे़ं-

सीएम भजनलाल की अनोखी भक्ति, दंडवत प्रणाम कर की गोवर्धन महाराज की 21 Km परिक्रमा

कैब कैंसिल पर पेनल्टी, पैसेंजर का बीमा... राजस्थान में OLA, Uber-Rapido पर सरकार का बड़ा फैसला