Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान में पेपर लीक के मामले में गिरफ्तार 3 इनामी शातिर ओमप्रकाश ढाका, सुनील बेनीवाल और शम्मी बिश्नोई को कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड पर भेज दिया है. इन तीनों को बुधवार कोर्ट में पेश किया गया था. जहां एसओजी ने पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड की मांग की थी. लेकिन कोर्ट ने फिलहाल तीनों को 4 दिन की रिमांड पर भेजा है. मालूम हो कि ओमप्रकाश ढाका और सुनील बेनीवाल को पुलिस की स्पेशल टीम ने हैदराबाद से जबकि लेडी टीचर शम्मी बिश्नोई को पुलिस ने बरसाने से गिरफ्तार किया था. इन तीनों को पकड़ने के लिए पुलिस ने स्पेशल ऑपरेशन चलाए थे. जिसका नाम भी बेहद रोचक रखा गया था.
बुधवार को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए ओमप्रकाश ढाका, सुनील बेनीवाल, शम्मी बिश्नोई की रिमांड के लिए एसओजी की तरफ से लोक अभियोजक सागर तिवाड़ी ने कोर्ट में अपना पक्ष रखा. SOG ने दलील दी कि यह सभी आरोपी पहले भी ऐसे मामलों में संलिप्त रहे हैं. इसलिए इनसे पूछताछ करनी है. एसओजी ने कोर्ट में बताया कि ओमप्रकाश ढाका ने 4 लोगों को नौकरी लगवाई. शम्मी पहले भी कई परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बन चुकी है. उसके खिलाफ एक अन्य मामले में चार्ज शीट भी पेश की गई है. एसओजी की दलील सुनकर सीएमएम कोर्ट ने आरोपियों को 4 दिनों की रिमांड पर भेज दिया.
तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन ऑपरेशन चलाए गए
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने स्पेशल अभियान चलाए. ओमप्रकाश ढाका को पकड़ने के लिए जोधपुर पुलिस हैदराबाद गई और गैस डिलीवरी करने के बहाने ओम प्रकाश ढाका को गिरफ्तार कर लिया. ओम प्रकाश को गिरफ्तार करने के लिए ऑपरेशन शिव बंगा चलाया गया. शिव ओम से जुड़ा और ढाका से बंगा यानी बांग्लादेश.
वहीं सुनील को पकड़ने के लिए ऑपरेशन डीप ब्लू चलाया. ब्लू नील से जुड़ा था, इसलिए यह नाम चुना गया. वहीं शम्मी विश्नोई को पकड़ने के लिए ऑपरेशन राजवृक्ष चलाया गयाय शम्मी राजस्थान के राजवृक्ष का पर्याय है. शम्मी को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस बरसाना पहुंची. वहां पुलिस ने कृष्ण भक्त का रूप धारण किया. कई गौरक्षा शिविर में हिस्सा लिया और अंततः आरती करते हुए उसे गिरफ्तार कियाय तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी जोधपुर पुलिस की टीम ने की.
92 सरकारी कर्मी पेपर लीक गैंग से जुड़े
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि यह सभी आरोपी पहले भी कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में संलिप्त रहे हैं. इनसे पूछताछ कर पूरे सिंडिकेट का खुलासा होगा. साथ ही यह बात भी सामने आएगी कि इन लोगों ने किन-किन लोगों को सरकार नौकरी दिलवाई. एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने यह भी बताया कि शम्मी बिश्नोई की तरह और भी कई सरकारी कर्मी पेपर लीक गैंग से जुड़े हैं. इनकी संख्या 92 है, जिसके खिलाफ एसओजी ने विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा है. इन सभी को भी पकड़ा जाएगा.
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