राजस्थान वन रक्षक भर्ती पेपर लीक केस में 3 पुलिसकर्मी गिरफ्तार, परीक्षा से पहले कैंडिडेट्स को पढ़ाया था पेपर

एसओजी की जांच में सामने आया कि गहलोत राज में 13 नवंबर 2022 को हुई परीक्षा के लिए सॉल्वड पेपर पहले ही 5-5 लाख रुपए में बेचे गए थे.

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वन रक्षक भर्ती पेपर लीक केस में 3 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में एसओजी की टीम एक के बाद एक एक्शन ले रही है. गहलोत सरकार में हुए वन रक्षक भर्ती का भी पेपर लीक हुआ था. वन रक्षक भर्ती से जुड़े पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए प्रवीण मालवीय ने बड़ा खुलासा किया था. पूछताछ में उसने बताया था कि कई परीक्षार्थियों को परीक्षा से शुरू होने से 2 घंटे पहले ही पूरा पेपर बता दिया था. बीते दिनों वन रक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक केस का मास्टरमाइंड के गैंग के 3 लोग गिरफ्तार हुए थे. अब बुधवार को एक बार फिर से एसओजी की टीम ने बड़ा शिकंजा कसा है.

ये पुलिसकर्मी हुए गिरफ्तार

बुधवार को एसओजी की टीम ने वन रक्षक भर्ती पेपर लीक में 3 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तार हुई है. गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों पर अभ्यर्थियों को साल्व्ड पेपर पढ़ाने और अपने वाहन से परीक्षा सेंटर पर छोड़ने का आरोप है.  एसओजी की टीम द्वारा दिन पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की गई है, उनमें कमलेश, भीयाराम, देवाराम शामिल हैं. इनके अलावा एक अन्य आरोपी शारदा की भी गिरफ्तारी हुई है.

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बड़ी बात है कि शारदा मीणा को उसके बॉयफ्रेंड पेपर पढ़ाकर एग्जाम दिलवाया था. शारदा के बॉयफ्रेंड सांवलाराम बाड़मेर के गुढ़ामलानी का रहने वाला है. उसने भी परीक्षा से पहले पेपर पढ़कर एग्जाम दिया था. सांवलाराम को एसओजी ने 12 मार्च को गिरफ्तार किया था.

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बॉयफ्रेंड सांवलाराम के साथ पेपर पढ़कर परीक्षा देने वाली शारदा

पेपर लीक के मास्टमाइंड पर शिकंजा

इससे पहले 12 मार्च को पेपर लीक के मास्टरमाइंड हरीश सहारण उर्फ हीराराम गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में बाड़मेर के गुढ़ामलानी निवासी कंवरारराम (36) पुत्र देवाराम और सांवलाराम (34) पुत्र लालाराम जाट हैं. इसके अलावा जालौर के भीनमाल निवासी रमेश कुमार (26) पुत्र धन्नाराम को गिरफ्तार किया था, जो शराब और बॉयोडीजल की तस्करी करता था और हरीश सहारण का भांजा भी है. 

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5-5 लाख में बेंचे गए थे पेपर

एसओजी की जांच में पता चला कि 13 नवंबर 2022 को हुई परीक्षा के लिए सॉल्वड पेपर पहले ही 5-5 लाख रुपए में बेचे गए थे. गैंग ने राजसमंद और उदयपुर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर 10-15 कैंडिडेट्स को एग्जाम से पहले पेपर पढ़ाया और उन्हें सेंटर तक छोड़ा. 

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