
Rajasthan News: राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने शनिवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है. संगठित अपराध और गैंगस्टर नेटवर्क के खिलाफ जारी अभियान के तहत पुलिस ने 25 हजार के इनामी और पूर्व पुलिस कमांडो प्रवीण सिंह जोड़ी उर्फ प्रवीण कमांडो को गिरफ्तार किया है. वह लॉरेंस बिश्नोई और आनंदपाल गैंग से जुड़ा हुआ था और कई संगीन मामलों में वांछित था. प्रवीण को चूरू जिले के राजगढ़ रोड पर गुप्त सूचना के आधार पर धर दबोचा गया.
2001 में बना था कॉन्स्टेबल
प्रवीण चूरू के एक होटल में जान से मारने की नीयत से की गई फायरिंग समेत अन्य मामलों में वांछित था और पुलिस के लिए काफी समय से सिर दर्द बना हुआ था. पुलिस की टीम पूर्व पुलिस कमांडो से पूछताछ कर रही है. प्रवीण जोड़ी वर्ष 2001 में झालावाड़ में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था.
गैंगस्टर को शरण देने पर हुआ बर्खास्त
हालांकि, उसका पुलिस करियर काफी छोटा रहा. लॉरेंस गैंग के मुख्य शूटर अंकित भादू को शरण देने और कुख्यात आनंदपाल गैंग से सक्रिय रूप से जुड़े होने के कारण उसे पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. बर्खास्त होने के बाद प्रवीण जोड़ी ने अपराध की दुनिया में अपनी जड़ें गहरी कर लीं. वह आनंदपाल सिंह गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करने लगा.
चूरू के होटल में फायरिंग में भी शामिल
वह रोहित गोदारा और वीरेंद्र जैसे गैंगस्टरों को व्यापारियों के मोबाइल नंबर मुहैया कराता था, ताकि फिरौती की धमकियां दी जा सकें. उसके खिलाफ श्रीगंगानगर में भी कई केस दर्ज हैं. 18 अगस्त 2024 को चूरू के होटल सनसिटी में हुई फायरिंग में भी उसकी भूमिका सामने आई थी. अज्ञात हमलावरों ने होटल पर गोलियां चलाई थीं, जिसमें कर्मचारी बाल-बाल बचे.
इस केस में चूरू एसपी ने प्रवीण पर 25,000 का इनाम घोषित किया था. AGTF की टीम पहले ही प्रवीण के साथी जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू जोड़ी को गिरफ्तार कर चुकी है, जिससे दो AK-47 और भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे.
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