BJP Damage Control Before By-Poll: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. प्रदेश में पांच सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है. जिससे पहले भाजपा अपने सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ पदाधिकारियों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है. शनिवार को जयपुर के सीतापूरा में हुई भाजपा कार्यसमिति की बैठक से इस बात के संकेत सामने आए. भाजपा कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, चुनाव प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, केंद्र से केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई कद्दावर नेता शामिल हुए. प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद यह कार्यसमिति की पहली बैठक थी. इस बैठक से सत्ता और संगठन में तालमेल बनाने के साथ-साथ पार्टी के नाराज नेताओं को मनाने की कवायद होती नजर आई.
हालांकि इस बैठक में हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले किरोड़ी लाल मीणा शामिल नहीं हुए. वहीं डिप्टी सीएम दीया कुमारी भी जयपुर से बाहर होने के कारण बैठक में नहीं आई. लेकिन दूसरे सत्र में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे न केवल बैठक में शामिल हुईं बल्कि वो मंच पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य नेताओं से गुफ्तगू करती भी दिखीं.
लोकसभा चुनाव में मिली हार पर भी हुई चर्चा
भाजपा कार्यसमिति की इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के अनुसार 8000 पदाधिकारी और कार्यकर्ता के पहुंचने की बात कही गई थी. बैठक में सत्ता संगठन के तालमेल और आने वाले दिनों के रोडमैप सहित कई बड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. लोकसभा चुनाव में 11 सीटों पर मिली हार के कारणों पर मंथन हुआ. साथ ही आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को एकजुट होकर मैदान में उतरने का स्पष्ट संदेश भी दिया गया.
शिवराज सिंह चौहान का आना भाजपा का खास मिशन
प्रदेश के राजनीतिक जानकारों की माने तो भाजपा कार्यसमिति की बैठक में शिवराज सिंह चौहान का आना भी एक खास मिशन के तहत हुआ है. शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे लंबे समय तक देश के दो अलग-अलग राज्यों के सीएम रहे है. दोनों भाजपा में एक धड़े के नेता माने जाते हैं. दोनों के बीच बेहद सहज रिश्ता है. जानकारों का मानना है कि विधानसभा चुनाव के बाद वसुंधरा जिस तरह से संगठन और पार्टी से कट रही हैं, उसे देखते हुए उनके करीबी शिवराज सिंह चौहान को उन्हें मनाने के लिए भेजा गया है.
वसुंधरा को सक्रिय करने तैयारी, सीएम ने भी की थी मुलाकात
कार्यसमिति की बैठक के दौरान दोनों नेताओं में काफी देर तक चर्चा भी होती रही. फोटो सेशन में भी वसुंधरा और शिवराज सिंह चौहान आस-पास नजर आए. शिवराज ने अपने संबोधन में भी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर पार्टी हित में जुटने की बात कही.
मालूम हो कि इस बैठक से कुछ दिनों पहले ही 7 जुलाई को राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा ने वसुंधरा राजे से उनसे घर जाकर मुलाकात की थी. कहा जाता है कि इस मुलाकात के दौरान वसुंधरा राजे से बजट के साथ-साथ कार्यसमिति की बैठक के बारे में भी चर्चा की गई थी.
बजट में सभी को साधने की कोशिश
कार्यसमिति की बैठक से पहले 10 जुलाई को पेश हुए राजस्थान के बजट में वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कुल 188 घोषणाएं की. घोषाणाओं की इस लंबी फेहरिस्त में प्रदेश के सभी वर्ग-जाति, क्षेत्र-जिलों के लिए घोषणाएं की गई थी. बजट के बाद अब कार्यसमिति की बैठक में नेता और कार्यकर्ताओं को यह संदेश दिया गया कि सभी बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन में जुट जाएं. बैठक में लोकसभा चुनाव के परिणामों से सबक़ लेकर उपचुनाव की तैयारी में जुटने की बात कही गई.
कार्यसमिति की बैठक में ये बड़े नाम हुए शामिल
भाजपा वृहद प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रदेश सह-प्रभारी विजय रहाटकर, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, भागीरथ चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई नेताओं ने संबोधित किया.
वहीं इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर, वरिष्ठ नेता ओम माथूर, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद्र बैरवा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी सहित संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
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