Rajasthan Politics: राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं. उनके बारे में कई तरह की बातें सोशल मीडिया पर लिखी जा रही है. राठौड़ पर शुरू हुई ये चर्चा गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) द्वारा दिए गए बयान के बाद शुरू हुई. डोटासरा ने राजेंद्र राठौड़ को लेकर कहा, 'भाजपा के कार्यक्रम में राजेन्द्र राठौड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया जा रहा है. उनकी हाजिरी भरी जा रही है. ये सही बात नहीं है."
डोटासरा के बयान के बाद ट्रेंड में आए राठौड़
डोटासरा के इस बयान के बाद राजेंद्र राठौड़ को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट किए जाने लगे. पोस्ट इतने किए गए राजेंद्र राठौड़ सोशल मीडिया मंच एक्स पर ट्रेंड करने लगे. कई लोग यह लिखते मिले कि राठौड़ का उन्हीं की पार्टी में सम्मान नहीं हो रहा है. लेकिन अब राजेंद्र राठौड़ ने खुद से सोशल मीडिया पर रहे ट्रेंड पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
मेरे और भाजपा संगठन के प्रति भ्रम फैला रहे कुछ लोगः राठौड़
भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ ने सोशल मीडिया ट्रेंड पर आपत्ति जताते हुए लिखा- सोशल मीडिया कुछ लोग मेरे और भाजपा संगठन के प्रति भ्रम फैलाकर अनर्गल ट्रेंड चला रहे हैं जिसका मैं विरोध करता हूं. मैंने अपना पूरा राजनीतिक जीवन भाजपा संगठन के लिए समर्पित किया है और भविष्य में भी एक कार्यकर्ता के रुप में संगठन को मजबूती देने के लिए अनवरत कार्यरत रहूंगा.
राजेंद्र राठौड़ ने लिखा- भाजपा है तो हम हैं
राठौड़ ने आगे लिखा मेरी सभी समर्थकों और कार्यकर्ताओं से अपील है कि सोशल मीडिया पर अनर्गल टिप्पणियां ना करें. भाजपा है तो हम हैं. राठौड़ ने इस पोस्ट से उनके बारे में किए जा रहे सोशल मीडिया पोस्ट को अनर्गल टिप्पणी बताया है.
बीजेपी सदस्यता अभियान की कार्यशाला से हुई शुरुआत
मालूम हो कि इस पूरे सियासी ड्रामे की शुरुआत राजस्थान बीजेपी की सदस्यता अभियान कार्यशाला से हुई. इस कार्यशाला में राजस्थान भाजपा नए प्रभारी राधामोहन अग्रवाल ने कार्यशाला में अबसेंट और बीच में चले जाने वाले नेताओं पर नाराजगी जताई थी.
बैठक में बुलाए गए सभी बड़े नेता
राधा मोहन ने कहा कि संगठन सर्वोपरि होना चाहिए और जो नेता और पदाधिकारी बुलाने के बावजूद नहीं आए उनकी प्रदेश अध्यक्ष से रिपोर्ट बनाने को कहा. मिली जानकारी के अनुसार बैठक में बीजेपी ने सीएम, मंत्रियों सभी 114 विधायकों, सांसदों, हारे हुए सांसद प्रत्याशियों, जिला अध्यक्षों सहित सभी प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं को बुलाया था.
कई नेता नहीं आए, कई बीच में उठकर चले गए
लेकिन बीजेपी की इस कार्यशाला में न तो पूरे सांसद आए और विधायकों की संख्या भी 65 तक ही पहुंची. वहीं दोपहर में ही कई विधायक कार्यशाला के बीच में ही उठ कर चले गए. कहा जा रहा है कि राजेंद्र राठौड़ भी उस मीटिंग से बीच से उठकर चले गए थे.
डोटासरा के बयान से लगा सियासी तड़का
जिसपर प्रभारी राधामोहन अग्रवाल ने कहा था कि जो मीटिंग से उठकर गए, वो मेरी नजर में हैं. अग्रवाल की इसी टिप्पणी को कांग्रेस नेता डोटासरा ने एक मौके के रूप में लिया. फिर डोटासरा ने इस पूरे प्रकरण को राजेंद्र राठौड़ का अपमान बताया. जिसपर भाजपा की ओर से शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की प्रतिक्रिया भी आई थी. अब खुद राजेंद्र राठौड़ ने मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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