Rajasthan Politics: 'बंटोगे तो कटोगे' पर राजस्थान में गरमाई सियासत, अशोक गहलोत पर मदन राठौड़ ने किया पलटवार

Rajasthan Politics: हरियाणा के बाद अब झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक से बढ़कर एक चुनावी नारे सामने आ रही है. सीएम योगी के बंटोगे तो कटोगे नारे पर अशोक गहलोत की आपत्ति के बाद मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर पलटवार किया है.

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अशोक गहलोत के बयान पर मदन राठौड़ का जवाब

Rajasthan Politics: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का नारा 'बंटोगे तो कटोगे' को लेकर सियासत गरमाई हुई है. हरियाणा चुनाव के बाद अब महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा में भी चर्चा का विषय बना हुआ है. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम योगी और पीएम मोदी के चुनावी नारे पर आपत्ति जताई थी. पूर्व सीएम गहलोत ने कहा था कि ये बंटोगे तो कटोगे की बात कर रहे हैं. यह एक मुख्यमंत्री बोल रहे हैं. 'एक रहोगे तो सेफ रहोगे' के नारे पर चुनाव आयोग भी रोक नहीं लगा रहा है. अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने शनिवार को अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है.

'बांटने का काम कांग्रेस ने किया'

मदन राठौड़ ने कहा कि बांटने का काम कांग्रेस ने किया है. आजादी से पहले भी कांग्रेस ने देश को बांटा था. भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस धर्म के आधार पर विभाजन की राजनीति कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 140 करोड़ लोगों को अपना परिवार माना है. यह बात सही है कि एक रहोगे तो सेफ रहोगे. अगर कांग्रेस को इस नारे से ऐतराज है, तो इसका मतलब कांग्रेस को एक रहने से दिक्कत है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया.

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नरेश मीणा के थप्पड़कांड पर दी प्रतिक्रिया

उन्होंने गहलोत के बयान को लेकर कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. सबका नजरिया अलग है. हमारा साफ है, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. राजस्थान में एक विशेष व्यक्ति ने गहलोत की मौजूदगी में कहा था, हम सड़क पर आ आएंगे तो गजब हो जाएगा, तब उन्होंने कुछ नहीं कहा था. वहीं, देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के मतदान के दिन निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के द्वारा समरावता गांव में एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने पर मदन राठौड़ ने कहा कि एसडीएम पर ऐसी कोई भी घटना स्वीकार्य नहीं है.

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अगर किसी जनप्रतिनिधि को कोई शिकायत है तो आगे अधिकारियों से शिकायत करे. उसे अपना आपा नहीं खोना चाहिए. नरेश मीणा के राजनीतिक जीवन की अभी शुरुआत हुई है, उन्हें आप क्या सलाह देंगे. इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें संयम बरतने और मर्यादा रखने की जरूरत है. उसी से वह आगे बढ़ेंगे.

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