Rajasthan News: राजस्थान में सरिस्का अभयारण्य के प्रसिद्ध पांडूपोल हनुमान जी मंदिर पहुंचने वाला सिलिबेरी गेट अचानक बंद कर दिया गया है. विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने इसे बहुत ही दुखद कदम बताया है. उन्होंने सरकार को सख्त चेतावनी दी कि वह भगवान और उनके भक्तों के रास्ते में रुकावट न डाले. इस फैसले से स्थानीय लोग और श्रद्धालु बेहद नाराज हैं.
आस्था का केंद्र है मंदिर, रोज हजारों पहुंचते हैं दर्शन करने
पांडूपोल हनुमान जी का मंदिर न सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश के लोगों की गहरी आस्था से जुड़ा है. यहां हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. सिलिबेरी गेट लंबे समय से सबसे आसान रास्ता रहा है.
स्थानीय ग्रामीणों और भक्तों के लिए यह सुविधाजनक मार्ग था. लेकिन अब इसे बिना किसी ठोस वजह या दूसरी व्यवस्था के बंद कर दिया गया. इससे हर तरफ गुस्सा फैल रहा है. लोगों ने गेट दोबारा खोलने की मांग में ज्ञापन भी सौंपा है.
वृद्ध महिलाएं बच्चे और बीमारों को हो रही मुश्किल
गेट बंद होने से अब श्रद्धालुओं को कठिन रास्तों से लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है. खासकर बुजुर्गों महिलाओं बच्चों और बीमार लोगों के लिए यह बहुत परेशानी भरा है. वे दुर्गम पहाड़ी मार्गों से गुजरते हैं जहां खतरा ज्यादा है.
इससे न सिर्फ दर्शन मुश्किल हुए बल्कि स्थानीय लोगों का रोजाना आना-जाना भी प्रभावित हो रहा है. गांवों में रोजगार और व्यापार पर बुरा असर पड़ा है. लोग कहते हैं कि यह फैसला उनकी जिंदगी को और मुश्किल बना रहा है. आक्रोश इतना बढ़ गया है कि हर कोई सरकार से जवाब मांग रहा है.
मुख्यमंत्री को पत्र, तुरंत गेट खोलेंटी
काराम जूली ने लोगों की इस समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने मांग की है कि सिलिबेरी गेट को जल्द से जल्द श्रद्धालुओं और आम लोगों के लिए खोल दिया जाए. जूली का कहना है कि सरकार को लोगों की आस्था और सुविधा का ख्याल रखना चाहिए.
बिना वजह का यह बंद होना न सिर्फ अन्याय है बल्कि भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है. अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो विरोध और बढ़ सकता है. विपक्ष इसे सरकार की लापरवाही बता रहा है जबकि श्रद्धालु उम्मीद कर रहे हैं कि गेट जल्द खुलेगा.
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