
Rajasthan News: बढ़ती सर्दी का प्रभाव आम जनजीवन को तो प्रभावित कर ही रहा है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर सुबह की पारी में जल्दी स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है. कड़कड़ाती ठंड के कारण जहां लोग घर से बाहर निकलने से भी कतरा रहे हैं, वहीं नन्हें मासूमों को घर से बाहर निकलकर स्कूल जाने को मजबूर होना पड़ रहा है. अधिकांश निजी स्कूलों का समय सुबह 7 व 8 बजे होने के कारण बच्चों को अल सुबह 6 या 6:30 बजे घर से निकालना पड़ता है. इस कारण उनके बीमार होने का खतरा भी बना रहता है.
बदल सकता है स्कूल का समय
जोधपुर शहर में सुबह के वक्त अधिकांश स्कूली बच्चे ठंड से बचने के लिए ऑटो रिक्शा में एक दूसरे से लिपटकर बैठे नजर आते हैं. वहीं दो पहिया पर स्कूल जाने वाले स्कूली बच्चे गर्म कपड़े से लदे रहते हैं. ऐसे में अब जिला प्रशासन भी जल्द स्कूल के समय में परिवर्तन कर सकता है. जोधपुर में अगर सर्दी की बात करें तो यहां 1 जनवरी से मौसम ने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. जिले का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है. जबकि अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है. आईएमडी ने आगामी 2 दिनों में तापमान में और अधिक गिरावट आने की संभावना जताई है.
बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता
ठंड से स्कूल जाते नौनिहालों के स्वास्थ्य को लेकर अभिभावक चिंतित रहते हैं, लेकिन पढ़ाई का नुकसान न हो, इसीलिए कंपकंपा देने वाली इस ठंड में बच्चों को स्कूल भेजना पड़ रहा है. कुछ दिनों से इसका असर भी दिखने लगा है. इन दोनों जोधपुर के अस्पतालों में भी खांसी, जुकाम और वायरल बुखार के मामले भी बढ़ रहे हैं. इस कारण बच्चों के अभिभावक भी इस समस्या को लेकर खासे चिंतित नजर आ रहे हैं. हालांकि जिले में स्कूलों के समय परिवर्तन का निर्णय जिला कलेक्टर के द्वारा लिया जाता है. हर वर्ष अधिक सर्दी या आपात स्थिति के चलते जिला कलेक्टर ऐसे निर्णय लेते रहे हैं. अब जोधपुर में बढ़ रही तेज सर्दी के कारण जोधपुर जिला कलेक्टर स्कूली बच्चों के हित में स्कूलों के समय परिवर्तन को लेकर निर्णय ले सकते हैं.
समय बदलाव पर क्या बोले अधिकारी
जोधपुर में शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक (जॉइंट डायरेक्ट) प्रेमचंद सांखला ने बताया कि अगर आगामी कुछ दिनों में जोधपुर में तेज सर्दी बढ़ती है तो राज्य सरकार से निर्देश प्राप्त हो जाते हैं और स्कूलों में समय परिवर्तन के लिए जिला कलेक्टर अधिकृत होते हैं तो जिला कलेक्टर की अनुमति से स्कूलों का समय परिवर्तन किया जाता है. लेकिन फिलहाल अभी ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है. अगर तेज सर्दी पड़ती है तो विद्यार्थियों की सुविधा कुछ ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाता है.