Rajasthan News: राजस्थान सरकार की देवस्थान विभाग ने सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा योजना शुरू की है. इस योजना से राज्य के तीर्थयात्री लद्दाख की सिन्धु नदी की यात्रा पर जा सकते हैं और सरकार से आर्थिक सहायता पा सकते हैं. यह योजना धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की यात्रा को आसान बनाती है. अब तक 31 अक्टूबर तक यात्रा पूरी करने वाले यात्री इस मदद के लिए आवेदन कर सकते हैं. योजना से यात्रियों को सिन्धु नदी की पवित्रता और भारतीय संस्कृति की गहराई समझने का मौका मिलता है.
योजना की मुख्य विशेषताएं
इस योजना में देवस्थान विभाग तीर्थयात्रियों को 15 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता देता है. यह राशि यात्रा के वास्तविक खर्च पर आधारित होती है. राज्य के 200 यात्रियों को हर साल यह लाभ मिलेगा. अगर आवेदनों की संख्या ज्यादा हुई तो लॉटरी से चयन होगा.
यह तरीका निष्पक्षता सुनिश्चित करता है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को मौका देता है. योजना का फोकस सिन्धु नदी के दर्शन पर है जो लेह-लद्दाख में होती है. यात्रा जून महीने में गुरु पूर्णिमा के आसपास तीन दिनों तक चलती है. इसमें सिन्धु उत्सव मनाया जाता है जो सिन्धु नदी और सैंधव संस्कृति का जश्न होता है.
पात्रता और जरूरी शर्तें
योजना का लाभ लेने के लिए व्यक्ति राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए. उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए. यात्री को खुद से यात्रा करनी होगी और उसके बाद खर्च के प्रमाण जैसे टिकट और रसीदें जमा करानी होंगी.
देवस्थान विभाग के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि यह योजना राज्य के लोगों को उत्तर भारत की सीमा पर स्थित सिन्धु संस्कृति से जोड़ने का माध्यम है. इससे सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता मजबूत होती है. यात्रा से यात्री न सिर्फ धार्मिक अनुभव पाते हैं बल्कि देश की विविधता को भी महसूस करते हैं.
आवेदन कैसे करें
आवेदन की प्रक्रिया सरल है. यात्री को 31 दिसंबर तक अपने नजदीकी सहायक देवस्थान विभाग कार्यालय में लिखित आवेदन देना होगा. आवेदन में यात्रा के विवरण और खर्च के दस्तावेज संलग्न करने होंगे. ज्यादा जानकारी के लिए देवस्थान विभाग की वेबसाइट devasthan.rajasthan.gov.in पर जाएं. वहां योजना की पूरी डिटेल उपलब्ध है. यह वेबसाइट यात्रा की तैयारी में भी मदद करेगी.
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